एसवीबी संकट पर चीन सेंट्रल बैंक: अमेरिका से शुरू हुआ बैंकिंग संकट अब यूरोप तक पहुंच गया है। अमेरिका का सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक (सिग्नेचर बैंक) के दिवालियापन होने के बाद इसका असर स्विटजरलैंड के क्रेडिट सुइस बैंक (क्रेडिट सुइस बैंक) पर दिखाई देता है। ऐसे में दुनिया भर में बढ़ रहे इस बैंकिंग संकट पर चीन के केंद्रीय बैंकों ने एक अहम रेटिंग दी है। चाइना सेंट्रल बैंक (चाइना सेंट्रल बैंक) ने इस मामले में आधिकारिक बयान देते हुए कहा है कि इस मौजूदा बैंकिंग संकट के पीछे ब्याज दर में कटौती का मुख्य कारण है। ज़ोएब है कि पिछले कुछ महीनों में अमेरिका के फेड रिजर्व सहित दुनिया के कई केंद्रीय संतों ने अपने जुनून में तेजी से सब्ज़ किया है। ऐसे में पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के डिप्टी गवर्नर जुआन चांगनेंग ने कहा कि कुछ वित्तीय विश्लेषकों पर इसका असर ज्यादा पड़ा है।
बैंक क्राइसिस का कारण है बेफिक्री में लगातार अटकलबाजी
इकोनॉमिक टाइम्स की छपी रिपोर्ट के अनुसार जुआन चांगनेंग ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कई बैंक और संस्थान कम व्याज पर ही काम कर रहे हैं। ऐसे में वह अब आदी हो गए हैं। ऐसे में सख्ती के कारण उन सभी में दूरदर्शिता की कमी नजर आती है। सिलिकॉन वैली बैंक के बारे में उन्होंने कहा कि ब्याज खाते में ज्यादा खाते के कारण बैंक की बैलेंस शीट पर बहुत बुरा असर पड़ा। यह बैंक के डूबने का अहम कारण बन गया है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए नए खतरे पैदा हुए हैं
इसके साथ ही जुआन ने यह भी कहा कि पिछले कुछ समय में सेंट्रल सेक्टर द्वारा लगातार आबद्ध घेराबंदी दर ग्लोबल इकोनॉमी (वैश्विक अर्थव्यवस्था) के लिए नए खतरे पैदा किए गए हैं। अभी भी मिनटों में रहस्यों को लेकर झलक दिखाई दे रही है, मगर जुनून दौड़ में लगातार जिम्मेवारियों को ग्लोबलाइजेशन को डैमेज में डाल दिया है। ऐसे में मॉनिटरी पॉलिसी के कारण दुनिया के कई बड़े पैमाने पर आर्थिक मुश्किलें आ रही हैं।
बैंकिंग संकट ने वैश्विक बाजार पर बुरा प्रभाव डाला
अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के दिवालियापन होने के बाद से ही वित्तीय बाजार में हड़कंप मच हुआ है। इसके बाद से अमेरिकी बैंक के चीन स्थित ज्वाइंट वेंचर के ग्राहकों को भी असुविधा हो रही है। ऐसे में ग्राहकों के बैंकिंग सिस्टम को फिर से बहाल करने के लिए बैंक ने जमा जारी करते हुए कहा है कि उसका कारोबार पूरी तरह से स्वतंत्र है और ग्राहकों के पैसे को कोई खतरा नहीं है।
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