नई कोरोना गाइडलाइंस: देश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता भी बढ़ गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर वयस्कों के उपचार को लेकर रविवार (19 मार्च) को नई गाइडलाइंस जारी की। नए मिलाप में कहा गया है कि जब तक एक्सपोजर का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए कि जैल संक्रमण का चिकित्सीय संशय न हो।
नए दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कोरोना के साथ-साथ कोई अन्य वायरल इन्फेक्शन ना हो। रोशनी बीमारी प्रणालीगत और कॉर्टिको फोड़ा ना लें। शारीरिक दूरी, घर के अंदर मास्क का उपयोग, शरीर के तापमान और ऑक्सीजन स्तर की निगरानी की जाएगी।
कोरोना को लेकर नई गाइडलाइंस जारी
स्वास्थ्य मंत्रालय के चक्कर में कहा गया कि सांस लेने में तकलीफ, बुखार, खांसी 5 दिनों से अधिक समय तक रहने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें। इन अचानक पर जनवरी के महीने में चर्चा की गई थी। गंभीर लक्षण या ज्यादा बुखार होने पर पांच दिन कर रेमेडिसविर (पहले दिन 200 मिलीग्राम IV और उसके बाद अगले 4 दिनों के लिए 100 मिलीग्राम IV OD) देने पर विचार कर सकते हैं।
इन राज्यों को लिखा गया था
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक राज्य को परीक्षण, ट्रैक, उपचार और टीकाकरण की रणनीति का पालन करने के लिए पत्र लिखा था। क्योंकि इन राज्यों में COVID-19 के मामलों में तेजी देखी जा रही है।
देश में कोरोना की स्थिति
देश में पिछले कुछ महीनों के दौरान कोविड-19 के मामलों में काफी गिरावट आई थी। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में मामले सामने आए हैं। भारत में 129 दिन बाद एक दिन में COVID-19 के 1,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए, जबकि उपचाराधीन रोगियों की संख्या बढ़कर 5,915 हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार (19 मार्च) सुबह 8 बजे तक की सूचनाओं के अनुसार, देश में 24 घंटे के भीतर संक्रमण के कुल 1,071 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि तीन और पीड़ितों की जान जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,30,802 हो गई किया गया है। देश में कोरोना वायरस केरल, राजस्थान और महाराष्ट्र में एक-एक मरीज की मौत हुई है।
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