अमृतपाल सिंह गिरफ्तारी अभियान: पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने रविवार (19 मार्च) को लगातार दूसरे दिन खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह कोच के लिए सर्च ऑपरेशन जारी रखा. वारिस पंजाब दे (वारिस पंजाब डे) प्रमुख अमृतपाल को गिरफ्तार करने के लिए शनिवार को ऑपरेशन शुरू किया था। इसी बीच सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पंजाब में सोमवार तक इंटरनेट बंद कर दिया गया। आपने कहा है कि अमृतपाल पर क्या आरोप लगे हैं और अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ है।
वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह पर हेट स्पीच सहित कई मामले दर्ज हैं। अमृतपाल और उसके साथियों ने पिछले महीने पंजाब के अजनाला थाने में हिंसा की थी। अपहृतों की फास्टैग से एक प्रेमपूर्ण तूफान की रिलीज होने का अनुमान लगाया गया था। अमृतपाल के एक पूर्व सहयोगी बरिंदर सिंह ने ही अपनी शिकायत दर्ज करते हुए आरोप लगाया कि अमृतपाल और उसके साथियों ने उसे अगवा कर उसे प्रभावित किया था।
अमृतपाल सिंह पर दर्ज हैं ये स्थिति
पुलिस ने 23 फरवरी को हुए अजनाला प्रकरण में अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ दर्ज किया था। अमृतपाल सिंह और उनके दो साथियों के लावारिस राज्य में मिले एक गाड़ी से हथियार मिलने और जालंधर में पुलिस रोकने के मामले में दो और स्थिति दर्ज की गई।
एक स्थिर रविवार को एक वाहन से हथियार और कारतूस बरामद होने का मामला दर्ज किया गया। दूसरा मामला शनिवार (18 मार्च) कोपाल अमृत सिंह और उनके सहयोगियों की ओर से जालंधर में पुलिस को रोकने के बाद दर्ज किया गया था।
अजनाला हिंसा के बाद आया गाइडलाइन्स में
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह अजनाला थाने में हुई हिंसा के बाद ही गाइडलाइंस में आया था। अमृतपाल सिंह जिस वारिस पंजाब के संगठन का प्रमुख है, वह अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने शुरू किया था। दीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।
पुलिस के साथ हुई झड़पें
दरअसल, अमृतपाल ने 23 फरवरी को अपने सहयोगी लवप्रीत सिंह स्टॉर्म की गिरफ्तारी से नाराज होकर अपने समझौते के साथ मिलकर अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। अमृतपाल सिंह ने विरोध प्रदर्शन करके अपने कार्यकर्ता को जानकारी दी थी। पुलिस के साथ हुई झड़पों में एक पुलिस अधीक्षक समेत छह जवान घायल हो गए। अमृतपाल सिंह ने भी अपने कुछ आदमियों के घायल होने का दावा किया था।
स्कीस्तान को बताया गया था
इस बीच अमृतपाल सिंह ने एबीपी न्यूज के कई साक्षात्कार भी दिए थे और दावा किया था कि उन्होंने अजनाला थाने में जो किया वह ठीक किया। खालिस्तान का समर्थन करते हुए अमृतपाल ने कहा था कि हमारा मकसद सब कुछ करना है, लेकिन अल्टीमेट गोल खालिस्तान है। हमारी मंजिल स्कीस्तान है और इसे पाने के लिए हमारा संघर्ष चल रहा है। हर समस्या का अंतिम समाधान खालिस्तान ही है।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री से की मुलाकात
अजलाना थाने की घटना के बाद 2 मार्च को पंजाब के नंबर भगवंत मान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। पंजाब के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया था कि वे गृह मंत्री से मिले और राज्य और केंद्र दोनों कानून व्यवस्था के मुद्दों पर मिलकर काम करने पर सहमत हुए।
सेंटर ने अतिसंवेदनशील फोर्स, अमृतपाल पर हुई कार्रवाई
पंजाब के मुख्यमंत्री ने केंद्र से अतिरिक्त सुरक्षा बल को बुलाने का आग्रह किया था। इसके बाद केंद्र ने पंजाब में अतिरिक्त बल भेजा। अब पंजाब पुलिस ने शनिवार को अमृतपाल और उसके साथियों पर कार्रवाई की। पुलिस नेपाल अमृत कोच के लिए ऑपरेशन चलाया। जिसके तहत दो दावे पकड़ी गए, लेकिन अमृतपाल सिंह भाग में सफल हो गए थे। पुलिस नेपाल अमृत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए उसका पीछा भी किया था, लेकिन वो हाथ नहीं आया। उसे पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
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