इवेंट मैनेजमेंट में करियर कैसे बनाएं: 12वीं के बाद इवेंट की फील्ड में करियर बनाने की इच्छा रखते हैं तो पहले इस फील्ड के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठी कर लें। किसी भी क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद ये सोचकर कोई फायदा नहीं हुआ कि कहीं गलत चुनाव तो नहीं हो गया। एंट्री के लिए सबसे पहले सर्च करना जरूरी है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है घटना प्रभाव के तहत किसी भी छोटे या बड़े कार्यक्रम को संगठन बनाना आता है। उस घटना से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीज की जिम्मेदारी इवेंट मैनेजर की होती है।
हालांकि कई बार प्रोजेक्ट या इवेंट देते समय क्लाइंट हर काम इवेंट मैनेजर को असाइन नहीं करते हैं और उन्हें अलग-अलग लोगों के माध्यम से पूरा समूह बनाते हैं। इसके तहत प्रेस क्रांफ्रेंस से लेकर, शादी, जन्मदिन पार्टी या कोई भी और गैदरिंग की घटना की जिम्मेदारी उठाई जाती है।
कैसे सृजित कैरियर
इस फील्ड में एंट्री करने के लिए कैंडिडेट्स के पास स्काइप, अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट जैसे कई कोर्स के विकल्प हैं जिनमें से वो चुन सकते हैं। हर कोर्स के लिए पात्रता, पाठ्यक्रम, संस्थान, प्रवेश परीक्षा सब अलग होती है। कोर्स का अनुदान 20,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक हो सकता है और कोर्स पूरा होने के बाद साल के 3 से 50 लाख तक कमाए जा सकते हैं। यह आपका अनुभव, आपकी कंपनी के नाम या आप जिस कंपनी के लिए काम करते हैं उसका ब्रांड जैसे कई मुद्दों पर निर्भर करता है।
किसी भी संबद्ध के छात्र आवेदन कर सकते हैं
इस क्षेत्र में जाने के लिए कोई भी संबद्धता के छात्र आवेदन कर सकते हैं। कोर्स बस के मुताबिक कैंडिडेट का 10+2 पास, बैचलर या मास्टर डिग्री होना जरूरी है। ये प्रवेश परीक्षा और कई बार संस्थान पर कायम रहता है कि पिछली कक्षा में नंबर नंबर मांगे जाने की पात्रता क्या है।
कोर्स और काम क्या हैं
इंडिया में इवेंट मैनेजर्स के बहुत से काम होते हैं। जैसे वेडिंग प्लानर, इवेंट कोऑर्डिनेटर, इवेंट प्लानर, डायरेक्टर ऑफ इवेंट्स वगैरह। यूजी कोर्स करना है तो बिबिए इन इवेंट कर सकते हैं। पीजी कोर्स करना है तो ऑफर इन इवेंट कोर्स कर सकते हैं। इसके साथ ही एक्सपोजर ऑफ इवेंट भी किया जा सकता है।
कहाँ स्नातक हैं
इन पाठ्यक्रमों में सूचना के लिए संस्थान कई बार खुद का एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करवाते हैं तो बहुत सी जगहों पर नोट्स कैट, मैट, जैट, जीमैट, जीआरई (पीजी कोर्स के लिए) के आधार पर दिया जाता है। वहीं कई जगहों पर यूजी कोर्स के लिए सीयूसीयत, डीसैट, बूमैट आदि परीक्षा के माध्यम से दिया जाता है। यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई, एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन, दिल्ली वगैरह से कोर्स किया जा सकता है।
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