वायरल स्कोरकार्ड: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक छात्र का मार्क साइज तेजी से वायरल हो रहा है। जो लोगों के बीच काफी चर्चा में भी बनी है। मार्क साइज के वायरल होने का कारण होस्ट के अंक नहीं हैं, बल्कि टीचर की ओर से टिप्पणी लिखी गई है। तेजी से वायरल हो रही साल 2019 की इस मार्क साइज पर टीचर ने कमेंट में ‘पास आउट’ की जगह ‘पास अवे’ लिखा। ग्लोबल सोशल मीडिया यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
मार्क साइज को देख कर कहा जा सकता है कि होस्ट ने ठीक-ठाक अंक प्राप्त कर कक्षा में 7वां स्थान हासिल किया है। हालांकि ये मार्क साइज भारत के किसी स्कूल की नहीं बल्कि किसी दक्षिण अफ्रीकी देश की बताई जा रही है। इस मार्क साइज में चिचेवावा नाम का सब्जेक्ट दिख रहा है। जोकि मालवी की आधिकारिक भाषा है। इसके अलावा इसमें मैथ्स, इंग्लिश, एग्रीकल्चर, सोशल, लाइफ कैप्चर, आर्ट्स, बीके/आरई जैसे विषय दिए गए हैं। स्कोरकार्ड के अनुसार छात्रों को तीसरे ग्रेड मिला है और उन्होंने 800 में से 532 अंक प्राप्त किए हैं। यह मार्क साइज पर 29 अप्रैल 2019 को जारी किया गया था।
हे प्रभो
एफबी के माध्यम से pic.twitter.com/PApNboMp3X– अनंत भान (@AnantBhan) मार्च 27, 2023
उपभोक्ताओं ने दी अपनी राय
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस मार्क साइज को यूजर्स ने इनफिनिटी भान नाम के हिसाब से शेयर किया है। जिसमें उन्होंने कहा है ओह, लार्ड वाया एफबी. अनंत की इस पोस्ट को लोग काफी शेयर कर रहे हैं। साथ में इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक उपयोगकर्ता ने कहा कि ये एक शिक्षक के लिए यह विवरण स्पष्ट है। एक अन्य व्यक्ति ने शिक्षकों की भावनाओं को समझने के लिए टिप्पणी की। जबकि एक उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की कि यह गैर अंग्रेजी देश का मार्क आकार है। शिक्षक ने अपने सीमित ज्ञान के साथ बच्चे को बढ़ावा देने के लिए संदेश देने की कोशिश की। जब कोई डॉ बिना किसी दायित्व के बीमार/मरने वाले रोगी पर अपने ज्ञान का अभ्यास कर सकता है, तो उस शिक्षक को गलत संदर्भ में क्यों रखा जाए। इसे आराम से लें, शिक्षक का काम भी आसान नहीं है।
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