क्वांटम कम्प्यूटिंग क्या है? कल सोमवार को टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत के पहले क्वांटम आधारित टेलीकॉम नेटवर्क लिंक की शुरुआत की। ये टेलीकॉम नेटवर्क लिंक संचार भवन और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के बीच शुरू किया गया है। वाई इस लिंक के माध्यम से इन दोनों जगह कम्युनिकेशन किया जाएगा। क्वांटम क्वांटम एक नई तरह की तकनीक है जिसका परीक्षण अभी चल रहा है। यदि ये निरंतर बना रहता है तो टेलीकम्युनिकेशन में ये एक नया आयाम लेकर आता है। खास बात यह है कि सरकार इस परिमाण संबंधी टेलीकॉम नेटवर्क को हैक करने वाले व्यक्ति को 10 लाख का इनाम भी ऑफर कर रही है। यानी अगर कोई हैकर इस तकनीक में खामिया रखता है तो सरकार उसे पैसे देगी। जितनी बार कोई हैकर इस लिंक में खामी उसे खोजेगा उतनी बार 10 लाख की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
क्वांटम कम्प्यूटिंग क्या है?
क्वांटम को सुनने के बाद आप सभी इसका मतलब जानने के लिए समेट लेंगे। सटीक सरल शब्दों में अगर हम आपको समझाते हैं तो क्वांटम कंप्यूटर भौतिक विज्ञान के क्वांटम नियम से मानता है। इस तरह के कंप्यूटर सामान्य कंप्यूटर से काफी ज्यादा एडवांस और तेजी से चीजों को प्रोटोटाइप करते हैं। क्वांटम पर आधारित लिंक के माध्यम से जानकारी केवल वही व्यक्ति जान सकता है जिसके पास लिंक का कोड हो। यदि इस कोड को कोई तोड़ने की कोशिश करता है तो सेंडर या रिसीवर दोनों को इस बात की जानकारी मिल जाती है और कोड बदल जाता है।
थोड़े परिमाण के आधार पर नेटवर्क लिंक की शुरुआत छोटे स्तर पर की गई है। यदि ये सम्मिलित रहते हैं तो आने वाले समय में इसका उपयोग अन्य क्षेत्रों में भी किया जा सकता है। इससे यह फायदा होगा कि हैकर्स सिस्टम का ब्रेक नहीं होगा और लोगों की जानकारी समान रहेगी।
जल्द आने वाले भारत में बना AI चैटबॉट
दरअसल, इस कार्यक्रम में टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव से ये सवाल पूछा गया था कि क्या भारत में आप टूल चैटबॉट जैसा कुछ आ सकता है तो इसके जवाब में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कुछ सप्ताह इंतजार करेंगे, एक बड़ी घोषणा होगी। यानी जल्द भारत में बना AI चैटबॉट लॉन्च हो सकता है।
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