ट्रेन यात्रा के लिए भारतीय रेलवे आईआरसीटीसी नियम: भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे लंबे रेलवे में से एक है। भारत के ज्यादातर शहर रेलवे से जुड़े हुए हैं। 177 साल पुराना भारतीय रेलवे 68 हजार किलोमीटर एरिया से ज्यादा फैला हुआ है। उनकी एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर दिन 2 करोड़ से ज्यादा यात्री भारतीय रेलवे से सफर करते हैं।
यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे कुछ नियम बनाए रखता है। यहां कुछ ऐसी ही आठ जानकारियों के बारे में आपको जानकारी दी जा रही है, जिसे जान लेना चाहिए, क्योंकि इससे आपकी यात्रा आसान हो सकती है। आइए जानते हैं रेलवे के ये आठ नियम कौन से हैं।
क्या सफर के दौरान बढ़ सकती है अपनी यात्रा?
अगर आप यात्रा के दौरान अपनी यात्रा को और बढ़ाना चाहते हैं तो आप उसी ट्रेन में अपनी जर्नी को आगे बढ़ा सकते हैं। इसके लिए आप टिटी से संपर्क कर सकते हैं या फिर विवरण से टिकट की बुकिंग कर सकते हैं। हालांकि आपको दूसरी सीट दी जा सकती है।
मिडिल बर्थ की समय सीमा
अगर आपने मिडिल बर्थ की बुकिंग की है तो इसकी भी समय सीमा है। रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक मिडिल बर्थ को डाउन नहीं किया जा सकता है।
ट्रेन छूट गई तो क्या सीट सुरक्षित रहेगी?
अगर आपकी ट्रेन छूट गई है और आप उस ट्रेन को किसी और स्टेशन से पकड़ना चाहते हैं तो बता दें कि सिर्फ 2 स्टेशन या फिर 1 घंटे तक ही आपकी सीट किसी और के नाम से एलाॅट की नहीं मिलेगी। इसके बाद टिटी इसे किसी और को दे सकता है।
टीटीई रात में यात्री परेशान नहीं कर सकते
रेलवे के नियमों के मुताबिक टीटीई यात्रियों को रात के 10 बजे के बाद परेशान नहीं कर सकता है। साथ ही 10 बजे ट्रेन की लाइट भी बंद कर दी जाती है।
ट्रेन के लिए लगेज का नियम
एसी बोगी में 70 किलो, स्लीपर कोच में 40 केजी और दूसरी श्रेणी के बोगी में 35 किलो वजन लेकर जा सकते हैं। एक्स्ट्रा चार्ज के साथ एसी में 150, स्लीपर में 80 और पेपर क्लास बोगी में 70 किलो का सामान ले जाने का नियम है।
वेटिंग टिकट पर यात्रा के नियम
अगर आप काउंटर से वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करते हैं तो आप रेलवे के नियमों के अनुसार यात्रा कर सकते हैं, लेकिन ई-टिकट वेटिंग लिस्ट पर यात्रा करते हैं तो इसकी अनुमति नहीं दी जाती है।
चेन पुलिंग पर जुर्माना
अगर आप रेलवे बोगी में लगे हैं तो जुर्माने के साथ जेल जाने की भी संभावना हो सकती है। ऐसे में केवल इमरजेंसी के दौरान ही चेन पुलिंग की अनुमति है।
खाने की वस्तुओं के नियम
रेलवे ने खाद्य पदार्थ, खाद्य और अन्य भोजन के उत्पादों पर नियम बनाए हैं। कोई भी वेंडर आपसे ज्यादा चार्ज नहीं ले सकता है। खाने के साथ-साथ गुणवत्ता भी अच्छी होनी चाहिए।
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