अनएकेडमी पे कट: भारत के बिग ऑनलाइन लीन प्लेटफॉर्म एनाएकेडमी (अनएकेडमी) ने मार्च में अपने 12 फीसदी कर्मचारियों को खींचने का फैसला किया था। अपने खर्च में कमी करने के लिए कंपनी ने एक साल में तीसरी बार खींचा है। इस फैसले के बाद कंपनी ने अपना खर्च कम करने के लिए एक और फैसला किया है। कंपनी सीनियर लीडरशिप की सैलरी में छंटनी करने जा रही है। इस फैसले का असर कंपनी के संस्थापकों पर भी पड़ता है। इस ऑनलाइन लोनिंग प्लेटफॉर्म के फाउंडर्स के साथ ही कई सीनियर लीडरशिप को वित्त वर्ष 2023-24 में कम वेतन पैकेज दिया जाएगा। इस शॉर्टकट कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के प्रदर्शन के आधार पर तैयार किया जाएगा।
शीर्ष अधिकारियों के वेतन में 25% की कटौती होगी
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार एकेडमी के बड़े अधिकारी और संस्थापकों की सैलरी में केवल उनके प्रदर्शन के आधार पर तैयारी की जाएगी। कंपनी के संस्थापक ने अपने सभी कर्मचारियों को एक ईमेल में यह जानकारी दी है। इस ईमेल के मुताबिक अकादमी के शीर्ष अधिकारियों की सैलरी में 25 प्रतिशत तक की कमी हो सकती है। यह स्केच इस वित्त वर्ष यानी 2023-24 में लागू कर दिया जाएगा। इसके बाद अगले वित्त वर्ष में इस पर फिर से विचार किया जाएगा। जिद्दी है कि कंपनी ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि यह लंबे समय से फंडिंग की कमी से जूझ रही है। ऐसे में विलंबित और कैपिटल की कमी को देखते हुए शीर्ष अधिकारियों के वेतन में 25 प्रतिशत की कटौती की जा रही है।
अकादमी ने कुल 1500 कर्मचारियों को खींचा है
अनएकेडमी ने अपनी लागत लागत में कटौती करते हुए पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में अपने 1500 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। कंपनी ने मार्च में खींचकर कंपनी के कुल 380 कर्मचारियों को खींचा था। यह कंपनी कुल वर्क फोर्स के 12 प्रतिशत का हिस्सा थी। अनएकेडमी के अलावा दुनिया भर की कई संस्थाओं ने अपने कर्मचारियों को खींचने का फैसला किया है। इसमें Google, Twitter, Microsoft, मेटा, अमेज़न, डिज़्नी जैसे कई प्राधिकरणों के नाम शामिल हैं।
ये भी पढ़ें
कॉरपोरेट कानूनों में बार-बार संशोधन और उन्हें मजबूत बनाने के लिए है- वित्त मंत्री निर्मल सीतारमन