भारतीय रक्षा निर्यात समाचार: भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट लगभग 16,000 करोड़ रुपये पहुंच गया है, जिसमें सबसे ज्यादा योगदान प्राइवेट सेक्टर का है। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस बार 3 हजार करोड़ रुपये का दावा अधिक किया गया है। भारत में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 15,920 करोड़ रुपये के सैन्य सुरंगों को लेकर गोला-बारूद और लंपटता का रूप धारण कर लिया है।
साल 2016-17 से डिफेंस सेक्टर का एक्सपोर्ट 10 गुना ज्यादा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया के लिए जुड़ाव में और क्षेत्र में विकास में हुए बदलाव को जिम्मेदार माना है। रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयानों में कहा गया है कि भारत अब 85 से अधिक देशों का दावा कर रहा है।
डिफेंस सेक्टर में बढ़ रही भारत की क्षमता
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय उद्योग वर्तमान में डिफेंस प्रोडक्टर्स का एक्सपोर्ट करने वाला 100 दुनिया भर में डिजाइन और विकास की अपनी क्षमता के साथ दुनिया भर में दिखाई देता है। बयानों में कहा गया है कि बढ़ती डिफेंस एक्सपोर्ट और एयरो इंडिया 2023 में 104 देशों की भागीदारी भारत की बढ़ती रक्षा निर्माण क्षमता का प्रमाण है।
किन-किन उत्पादों का निर्यात कर रहा है India
रक्षा मंत्री सिंह ने रिकॉर्ड डिफेंस एक्सपोर्ट को देश की उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। मंत्री ने ट्वीट कर अपनी जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में डिफेंस सेक्टर में एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ रहा है। मौजूदा समय में भारत डॉर्नियर-228, 155 मिमी उन्नत टोएड आर्टिलरी गन्स, एटीएजी, ब्रह्मोस सिस्टम, आकाश मिसाइल प्रणाली, कंप्युलेटर, माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल, आर्मर्ड व्हीकल, पिनाका रॉकेट और लॉन्चर, गोलाकार-डायटोमैटिक, थर्मल इमेजर्स, बॉडी आर्मर्स, सिस्टम के अलावा, लाइन रिप्लेसेबल यूनिट्स आदि का एक्सपोर्ट कर रहा है।
टाॅप श्रेणी में भारत
डिफेंस एक्सपोर्ट के मामले में भारत के प्रमुख देशों में से एक है। आज के समय भारत 8वां सबसे बड़ा आयातक देश है। ये 85 से ज्यादा देशों में सैन्य उत्पाद सप्लाई करता है। दुनिया में भारत के डिफेंस प्रोडक्ट्स की एक खास पहचान है।
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