नई वंदे भारत एक्सप्रेस: रेलवे वंदे भारत ट्रेन की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहा है। आज देश को दो और वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) का तोहफा मिल जाएगा. शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) दो नए वंदे भारत ट्रेन का अनावरण करने जा रहे हैं. पहली ट्रेन सिकंदराबाद-तिरुपति रूट (सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत ट्रेन) पर दौड़ेगी और दूसरी ट्रेन चेन्नई-कोयम्बटूर (चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत ट्रेन) पर जाएगी। इन दोनों ट्रेनों को पीएम मोदी शनिवार यानी 8 मार्च, 2023 को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने वाले हैं।
सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस-
सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस के जरिए सिटी हैदराबाद (हैदराबाद) से होकर और धार्मिक स्थलों तिरुपति को जोड़ा जा रहा है। इससे सिकंदर से तिरुपति जाने वाले मित्र जल्दी आने में मदद करेंगे। यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन यानी केवल मंगलवार को छोड़कर बाकी सभी दिन जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह ट्रेन 77.73 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से ली गई है। सुबह 6 बजे सिकंदराबाद से चलकर इस दिन 14.30 मिनट पर तिरुपति पहुंचे। वहीं तिरुपति से 15.15 मिनट पर चलकर यह 23.45 मिनट पर सिकंदराबाद पहुंचे। यह ट्रेन नलगोंडा, गुंटूर, ओंगोल और नेल्लोर यात्रियों पर रुकेगी।
चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस-
आज पीएम मोदी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) चेन्नई सेंट्रल से एक और वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। यह ट्रेन चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस है। इस ट्रेन के जरिए कोयम्बटूर, तिरुवरूर और नागापट्टिनम के यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इस ट्रेन की औसत गति 80.31 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। यह केवल बुधवार को हर दिन छोड़ा जाता है। इस ट्रेन के जरिए चेन्नई से कोयंबटूर तक का 495.28 किलोमीटर का सफर केवल 6 घंटे 10 मिनट में पूरा किया जाएगा।
अब तक किन रूट्स में चल रही वंदे भारत ट्रेन
अब तक देश में कुल 11 वंदे भारत ट्रेन का संचालन हो रहा है। आज के बाद इनकी संख्या बढ़कर 13 हो जाएगी। सबसे पहले वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू की गई थी। इसके अलावा नई दिल्ली-वैष्णो देवी रूट, गांधीनगर-मुंबई रूट, दिल्ली-अब अंदौरा रूट, चेन्नई-मैसूर रूट, नागपुर-बिलासपुर रूट, हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी रूट, विशाखापट्टनम-सिकंदराबाद, मुंबई-साईनगर शिर्डी, मुंबई सोलापुर और दिल्ली इस बीच वंदे भारत में ट्रेन दौड़ रही है। वंदे भारत ट्रेन की बनावट है कि यह पूरी तरह से 100 प्रतिशत स्वदेशी तकनीक से बनी है। यह ट्रेन 100 प्रतिशत वातानुकूलित है और इसमें ऑटोमेटिक गड़बड़ियां, गड़बड़ियां (जीपीएस सिस्टम) और दंभ (वाईफाई) आदि जैसी कई सुविधाएं मौजूद हैं।
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