एप्पल ऑफलाइन स्टोर: जिस तरह एपल के स्मार्टफोन मिलते हैं ठीक उसी तरह एपल स्टोर में काम करने वाले कर्मचारियों को भी कंपनी की मोटी सैलरी मिलती है। यहां काम करने वाले कर्मचारी 50-60 या 80 हजार नहीं बल्कि कुछ और ही अमाउंट कंपनियां देती हैं। एपल ने हाल ही में भारत में अपना दो आउटलेट स्टोर बनाया है, जिसमें से एक मुंबई का जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल स्थित है और दूसरी राजधानी दिल्ली के सेलेक्ट सिटी वॉक मॉल में है। इन दोनों स्टोर में करीबन 170 से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं। ये कर्मचारी कोई नार्मल सेल्स पर्सन नहीं है बल्कि इसकी डिग्री और सैलरी जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
बी कॉम-एमकॉम से बड़ी डिग्री है
इकोनामिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, एपल स्टोर में काम करने वाले कर्मचारियों के पास एमटेक, एमबीए, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, बीटेक, पैकेजिंग, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन इंजीनियरिंग आदि सबजेक्ट की डिग्री है। कुछ कर्मचारी तो ऐसे हैं जो अपना ग्रेजुएशन कैम्ब्रिज और ग्रिफ़िथ विश्वविद्यालय से पूरी तरह से है। कुछ कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी कंपनी ने यूरोप से दिल्ली और मुंबई में आवेदन किया है। मुंबई स्टोर में काम करने वाले कर्मचारी 25 से ज्यादा भाषाएं जानते हैं जबकि राजधानी दिल्ली में काम कर रहे कर्मचारी 15 अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं।
वर्षा का पैकेज !
आपके स्टोर के कर्मचारी कितना सैलरी देते हैं इस पर किसी भी आधिकारिक कंजेशन कंपनी ने नहीं दिया है। इकोनामिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, कंपनी स्टोर के एम्प्लॉयज को कम से कम 1 लाख रुपए प्रति माह और ब्लूप्रिंट 12 लाख या उससे ज्यादा का पैकेज देता है। ये सैलरी पैकेज आम मोबाइल फोन के स्टोर में काम कर रहे कर्मचारियों से 50 गुना अधिक है। कर्मचारियों को एपीएल सिर्फ सैलरी ही नहीं बल्कि एपीएल वेबसाइट के मुताबिक एंप्लाइज को मेडिकल प्लान्स, एजुकेशनल कोर्स, हेल्थ बेनिफिट, फैमिली के लिए दूसरे तरह के ग्रांट्स और एपल प्रोडक्ट्स पर भारी समझौते दिए जाते हैं।
स्टोर का किराया ही हैरान करने वाला
जिस तरह कर्मचारियों पर एपल मोटा पैसा खर्च करता है ठीक ऐसा ही कंपनी अपने स्टोर के साथ भी कर रही है। एपीएल मुंबई में अपने स्टोर के लिए हर महीने 42 लाख और दिल्ली में करीब 40 लाख रुपये खर्च कर रहा है। ये पैसा रेंट के रूप में कंपनी देती है। इसके अलावा रेवन्यू का कुछ हिस्सा स्टोर ओनर के साथ भी शेयर किया जाता है।
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