रणजी ट्रॉफी: इन दिनों रणजी ट्रॉफी (रणजी ट्रॉफी) खेली जा रही है। इस बीच उत्तर प्रदेश के खेल कल्याण संघ के अध्यक्ष और पूर्व राज्य मंत्री मोहसिन रज़ा ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) से रणजी की चार टीमें बनाने की मांग की है। मोहसिन रज़ा (बीसीसीआई) के सामने भी अपनी मांग रखते हैं। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश की आबादी को देखते हुए यहां प्रतिभाओं के साथ ठीक नहीं होता है। एक टीम यहां के होश के लिए काफी नहीं है। उन्होंने महाराष्ट और गुजरात का उदहारण देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भी एक से अधिक रणजी टीमों को होना चाहिए।
मोहसिन रजा ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में कई स्तरीय क्रिकेट प्रतिभाएं होने के बाद भी उन्हें मौका नहीं मिलता है। महाराष्ट्र में मुंबई, विदर्भ और मुंबई के नाम से तीन टीमें रणजी में खेलती हैं। ऐसे ही गुजरात से सौराष्ट्र बड़ौदा और गुजरात की टीम रणजी में शामिल होती है। एक से अधिक टीम होने से अधिक प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। उत्तर प्रदेश में भी गुजरात और महाराष्ट्र का मॉडल बनाया गया।
उन्होंने आगे कहा, “एक पूर्व रणजी खिलाड़ी होने के रिश्तेदार वो दुर्घटना को इस मालम में पत्र लिख रहे हैं, लेकिन अब वह उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ से मांग कर रहे हैं कि वह प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र के होश से चार टीमों को बनाने की पेशकश की छाया के सामने रखें।” उन्होंने इस सीजन में उत्तर प्रदेश के खराब प्रदर्शन को लेकर बात करते हुए कहा, “घरेलू क्रिकेट व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है। खेल प्रशासन में अधिक से अधिक खिलाड़ियों को शामिल किया जाना चाहिए।”
मुलाकात से की थी
गौतरतलब है कि मोहिसन रज़ा ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के तालिका योगी आदित्यनाथ मिलने की थी. उन्होंने साइट से ‘गेम एडवायजरी काउंसिल’ एक्सेस करने की शिफारिश की थी। इसका उद्देश्य खेलों के विकास के लिए सलाह देना है। इस ‘गेम एडवायजरी काउंसिल’ में अलग-अलग मैचों के वरिष्ठ और अनुभवी खिलाड़ियों को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैचों में प्रदेश का अभ्यस्त हो जाएगा। इसमें महिला खिलाड़ियों को विशेष रूप से शामिल किया जाएगा।
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