कर्नाटक चुनाव 2023: कर्नाटक में होने वाले चुनावों को चुनाव आयोग फेशियल रिकग्निशन सिस्टम का उपयोग करने वाला है। ये तकनीक बैंगलोर के एक पोलिंग बूथ पर इस्तेमाल की जाएगी और इसकी मदद को लेकर लोग बिना कारण के फटाफट अपना वोट डाल पाएंगे। अगर आप सोच रहे हैं कि फेशियल रिकग्निशन सिस्टम क्या है और ये काम करता है तो हम आपको इसके बारे में बता रहे हैं। दरअसल, चुनाव आयोग की प्रक्रिया को और सरल और सीधे बनाने के लिए चयन में कमी ने फेशियल रिकग्निशन सिस्टम की शुरुआत की है। इसकी मदद से वोट डालना काफी आसान हो जाता है और लंबी-लंबी कॉन्टेंट में भी खड़ा नहीं रहता।
ऐसे करता है काम
फेशियल रिकग्निशन सिस्टम के जरिए वोट डालने के लिए इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने चुनाव वेबसाइट लॉन्च किया है जिसे आप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इस ऐप में सबसे पहले वोटर्स को अपनी डिटेल और फोटो अपलोड करनी होगी। डिटेल अपलोड होने के बाद वोटर पोलिंग बूथ पर अपना फेशियल वेरिफिकेशन कर सीधे वोट डाल सकते हैं। उन्हें लाइन में रहने की संभावना की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, अभी ये प्रोग्राम पायलट फेज में है इसलिए सलाह दी जाती है कि आप अपने डॉक्यूमेंट्स को भी जरूर कैरी कर लें।
केवल इस पोलिंग सेटिंग में सुविधा होगी
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, ईसी फ़ेशियल रिकग्निशन सिस्टम को कर्नाटक के बैंगलोर के गवर्नमेंट रामनारायण चेलाराम कॉलेज, पैलेस रोड जोकि कर्नाटक के प्रमुख इलेक्टोरल ऑफिस के पास है, यहां के रूम नंबर 2 में स्थापित हैं। इस सिस्टम के तहत मतदाता को अपना चेहरा सत्यापन पंजीकरण होगा जिसके बाद वे सीधे वोट डाल सकते हैं। ध्यान रहें, ऐप पर स्पष्ट-सुथरी फोटो अपलोड करें ताकि पोलिंग बूथ पर फटाफट आपकी पुष्टि हो सके।
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चुनाव ऐप में ये सब जानकारी होगी
चुनाव वेबसाइट के माध्यम से न सिर्फ मतदाता आसानी से वोट डाल सकते हैं बल्कि वे वोटिंग से जुडी तमाम जानकारी जैसे कि वोटिंग टाइम, पोलिंग बूथ में पार्किंग स्पेस, आस-पास के पुलिस स्टेशन और अस्पताल की जानकारी आदि देख सकते हैं। इसके आलावा वरिष्ठ नागरिक या विकलांग लोग इस वेबसाइट के माध्यम से व्हील चेयर के लिए भी अनुरोध कर सकते हैं।
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