साइबर अपराध: भारत में साइबर क्राइम लगातार बढ़ रहा है। हाल ही में चेक पॉइंट रिसर्च की एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें ये बताया गया था कि 2023 की पहली तिमाही में भारत में हर हफ्ते साइबर क्राइम में 18% की बढ़ोतरी हुई है। साइबर क्राइम या ठग लोगों को अलग-अलग तरह से देख रहे हैं। ताजा मामला मुंबई का है जहां स्कैमर ने ईपीएफओ के एम्लॉय को एक शातिर टीचर को 80 हजार का चुनाव करा दिया।
पैसे ठगने का तरीका सटीक पेशेवरों के रूप में
दरअसल, नवी मुंबई के सीवुड्स में रहने वाली एक महिला ऑनलाइन ईपीएफओ कर्मचारियों का नंबर अपने कुछ निजी काम के लिए ढूंढ रही थी। इस दौरान उन्होंने एक व्यक्ति से कनेक्ट किया जिसने उन्हें खुद ईपीएफओ का एंप्लॉयी बताया और मोबाइल पर एक वेबसाइट डाउनलोड करने को कहा। महिला ने बताया कि ऐप AirDroid को फोन में डाउनलोड कर लिया और व्यक्ति के कहने पर इस वेबसाइट में अपनी डिटेल, एम-पिन आदि अपनी निजी जानकारी डाल दी। दरअसल, जिस ऐप में महिला ने अपना डेटा एक्सेस किया था ये एक स्पाइवेयर ऐप था जो पूरी डिटेल्स को स्कैमर तक पहुंचा रहा था। इस ऐप को मोबाइल में मिलने वाले ही टीचर का फोन किया गया कन्ट्रोल डिवाइस बन गया और स्कैमर ने डिटेल्स के जरिए महिला के खाते से अलग-अलग ट्रांसेक्शन कर 80 हजार रुपये उड़ाए।
जब महिला को ये एहसास हुआ कि वह स्कैम का शिकार हो गई है तो उसने थाने में स्कैमर के खिलाफ दर्ज रिपोर्ट दर्ज कर ली और पूरी घटना को पुलिस को बता दिया।
आप न करें ये गलती
समय के साथ साइबर अपराधी भी आगे बढ़ जाते हैं और वे ऐसा स्कैम के लिए अपना रह जाते हैं जो ठीक पेशेवर या सही दिखते हैं। इसी वजह से लिखे गए लोग भी साइबर क्राइम के जाल में आसानी से फस रहे हैं। खुद को इस तरह के लोगों से सुरक्षित रखने के लिए हमेशा अलर्ट इंटरनेट का इस्तेमाल करें। किसी भी हालत में अपनी निजी डिटेल आदि कहीं भी अपलोड या शेयर न करें। जब भी लेने-देने से जुड़ी कोई बात आए तो फोरन अलर्ट हो जाएं और कॉल या मैसेज का रिप्लाई न दें और इस तरह के कॉल या मैसेज को रिपोर्ट भी करें।
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