चैटजीपीटी: हर तरफ AI को लेकर चर्चा है। आने वाले समय में AI एक बड़ा गेम चेंजर साबित होने वाला है। एआई की मदद से काफी कुछ आसान हो गया है। ओपन चैट के साथ जीपीटी के बाजार में आने के बाद लोग अपना काम-काज को सरल बनाने के लिए कर रहे हैं। इस बीच चैट जीपीटी को लेकर एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। दरअसल, एक ऑथर ने इस एआई टूल का इस्तेमाल करते हुए एक साल से भी कम में 100 से ज्यादा नॉवेल लिखे और इन्हें बेचाकर लाखों की कमाई की।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, टिम बाउचर नाम के एक ऑथर ने चैट जीपीटी और एंथ्रोपिक क्लॉड जैसे एआई टूल्स की मदद लेकर एक साल से भी कम समय में 100 से ज्यादा उपन्यास लिखे गए हैं जिनमें इमेज का भी इस्तेमाल किया गया है। ऑथर का मकसद ऐसी ई-बुक्स बनाना था जो साइंस-फिक्शन को AI के साथ ओपन करें। टिम बाउचर ने उपन्यासों को “एआई विद्या श्रंखला” का नाम दिया है और उनका मानना है कि ये किताब इंसानों की रचनात्मकता को बढ़ाने में सैक्स की अद्भुत संभावनाओं को दर्शाती है। ऑथर ने ओपन स्टेटमेंट के चैट जीपीटी और इमेज जनरेशन टूल की मदद से इन बुको को लिखा है जिसमें 5000 से ज्यादा शब्द और कई इमेजेस हैं।
कमाएं इतने रुपये
टिम बाउचर ने बताया कि उन्होंने कम समय में एआई की मदद लेते हुए कई किताबें लिखीं। उन्होंने एक अचंभित करने वाला वाक्य भी बताया और कहा कि एक उपन्यास उन्होंने तीन घंटे से भी कम में पूरी तरह से और अगस्त से लेकर मई के बीच 500 कॉपियां विशालं। बैठे-बैठे ऑथर ने उपन्यासों को बेचा 2,000 डॉलर यानी 1,65,536 रुपये की कमाई की।
समाचार रीलों
इस लेख से ये पता चलता है कि यदि एआई का सदुपयोग किया जाए तो मनुष्य अपनी रचनात्मकता को और बड़ा कर सकता है और कम समय में ज्यादा काम कर सकता है। टिम ने इन उपन्यासों को एक श्रृंखला के रूप में तैयार किया है ताकि पाठकों को आगे के उपन्यासों को पढ़ने में रुचि आए। एआई की मदद लेकर इन उपन्यासों की कीमत भी टोट पॉकेट फ्रेंडली थी और हर एक उपन्यास 2 डॉलर से लेकर 4 डॉलर के बीच उपलब्ध था।
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