मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़: सुप्रीम कोर्ट (सुप्रीम कोर्ट) के वरिष्ठ न्यायाधीश और वकील आज उस समय हैरान रह गए जब मुख्य न्यायाधीश डी. वाई चंद्रचूड़ (डीवाई चंद्रचूड़) अपनी 2 बेटियों को लेकर कोर्ट पहुंचा। चीफ जस्टिस डी. वाई चंद्रचूड़ ने अपनी दो बेटियों (16 साल की माही और 20 साल की फोटो) सुप्रीम को कोर्ट में अपना चैंबर और फिर पूरे कोर्ट के रूम में दिखाया।
इस दौरान चीफ जस्टिस ने अपनी बेटियों को बताया कि सुप्रीम कोर्ट में उनका काम क्या है और वह कहां स्थित हैं। बता दें कि चीफ जस्टिस शुक्रवार, 6 जनवरी की सुबह 10 बजे कोर्ट पहुंचे थे। वह दोनों अपनी बेटियों को साथ लेकर सार्वजनिक दीर्घा से कोर्ट रूम में पैर रखने लगीं। उसके बाद वह अपनी बेटियों को रूम नंबर-1 के सीजेआई कोर्ट में ले गए। वहां उन्होंने अपनी बेटियों को सर्वोच्च न्यायालय में किस तरह काम होता है, वरिष्ठ न्यायाधीश प्रतिष्ठान और वकील जहां चाहें अपनी याचिका दर्ज कराएं।
सुप्रीम कोर्ट देखना चाहते थे CJI की बेटियां
सूत्रों के मुताबिक, सुप्रीम जस्टिस चंद्रचूड़ अपनी बेटियों को इसलिए सुप्रीम कोर्ट लेकर पहुंचे, क्योंकि उनकी बेटियों ने सुप्रीम कोर्ट की इच्छा मांगी थी। बता दें कि, दीवाई चंद्रचूड़ देश के 50वें मुख्य न्यायाधीश हैं। उन्हीं ने 2022 में 9 नवंबर को सीजेआई का पद संभाला था। बताया जा रहा है कि वह 2 साल तक इस पद पर रहेंगे।
पहला मौका है जब पिता के बाद बेटा CJI बना है
जस्टिस चंद्रचूड़ के बारे में एक और बात भी खास है, देश में यह पहला मौका है जब पिता के बाद बेटा भी सुप्रीम कोर्ट का चीफ जस्टिस बना है। बता दें कि, जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता भी चीफ जस्टिस रह चुके हैं। उनका नाम यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ था। वह देश के 16वें प्रधान न्यायाधीश थे। न्यायमूर्ति यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ का कार्यकाल 22 फरवरी, 1978 से 11 जुलाई, 1985 तक, यानी लगभग 7 साल तक रहा था।