महंगा हुआ एचडीएफसी बैंक का कर्ज देश के सबसे बड़े निजी बैंक जॉब बैंक ने मार्जिनल रोस्ट ऑफ लैंडिंग रेट के तहत दिए जाने वाले लोन (MC पर) का आरोप लगाया है। इसके तहत अपने व्याकुलता में सोमवार को 0.25 प्रतिशत तक का सबब दे देता है। चुनाव की नई सात्विक जनवरी से और भारतीय ओवरसीज बैंकों के लोन की वजह से मैक की मैक्सिम दस जनवरी से लागू हो गए। बैंकर बैंक के अलावा इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने भी अपने एमसी को जिम्मेदार ठहराया है और इसके कर्ज 10 जनवरी यानी आज से महंगे हो गए हैं।
एचडीएफसी बैंक का एमसी बहुत बढ़ा है
बैंकर ने अपने एमसी को जोखिम भरा 8.60 प्रतिशत से 0.25 प्रतिशत 8.85 प्रतिशत बढ़ा दिया है। बैंक की वेबसाइट के अनुसार एक दिन की एमसी जैज़ दर 8.30 प्रतिशत से बढ़कर 8.50 प्रतिशत, एक महीने की एमसी पहले 8.30 प्रतिशत से बढ़कर 8.55 प्रतिशत कर दी गई। वहीं एक साल में एमसी ने 0.25 प्रतिशत का हैक लगाकर 8.85 प्रतिशत दिया है, जो पहले 8.60 प्रतिशत था। दो साल की अवधि में एमसी ज़ब्त 8.70 प्रतिशत से बढ़कर 8.95 प्रतिशत, तीन साल वाली एमसी ज़ब्त 8.80 प्रतिशत से बढ़कर अब 9.05 प्रतिशत हो जाएगी।
इंडियन ओवरसीज बैंक का एमसीएलआर कितना बढ़ा
इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी अपनी अलग-अलग अवधि की एमसी को ऐसा नहीं होने दिया है। आईओबी ने मार्टर्स की जानकारी साझा की कि उनका लोन का जंप अब 7.70 प्रतिशत से लेकर 8.45 प्रतिशत के बीच आ गया है।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने भी लैंडिंग रेटिंग बढ़ाई है
IDFC First Bank ने भी अपना लोन का झटका दिया है और अपने MC को बढ़ा कर 0.15 प्रतिशत से 0.20 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। इसके चलते बैंक बैंक का एमसी लॉक 8.40-9.50 प्रतिशत के बीच की सीमा में आ गया है।
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