डीजीसीए से एयर इंडिया: डायरेक्ट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने एयर इंडिया की फ्लाइट में यात्रियों के साथ यात्रियों की परेशानी के मामले में सख्ती दिखाई देती है। इसके साथ ही डीजीसीए ने एयर इंडिया को आदेश दिया है कि वह फ्लाइट में बदलाव करने वाले यात्रियों की एक सूची बनाएं। इसके साथ ही डीजीसीए ने एयर इंडिया को आदेश दिया है कि वह एक समिति बनाएगी जो एयरलाइंस में बुरा बर्ताव करने वाले यात्रियों पर 1 दिन से लेकर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने पर अपना फैसला ले सकती है। यह कमेटी किसी भी घटना के 30 दिन के अंदर ही अपना फैसला लेगी।
एयर इंडिया में दो बड़ी घटनाएं हुई हैं
एयर इंडिया पिछले कुछ दिनों से लगातार दिशानिर्देश में है। 26 नवंबर, 2022 को न्यूयॉर्क से दिल्ली आने वाली फ्लाइट में एक यात्री ने अपने बुजुर्ग सहयात्री के ऊपर नशे की हालत में पेशाब कर दिया था। इस मामले में तब तूल पकड़ा गया जब महिला ने एयर इंडिया के अकाउंट को इस बारे में जानकारी देते हुए कार्रवाई के लिए पत्र लिखकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद इस मामले में 4 जनवरी को एयर इंडिया द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई और फिर उसे बंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट ने 14 दिसंबर को विजिटर फ्यूज में भेज दिया था। इसके अलावा 6 दिसंबर, 2022 को पेरिस से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक यात्री ने नशे की हालत में एक महिला यात्री की कंबल पर पेशाब करने दी थी।
डीजीसीए ने यह आदेश दिया
इन दो बड़ी घटनाओं को दिखाते हुए एयर इंडिया ने बताया है कि इस तरह के मामले के जल्द से जल्द शुरू होने के लिए हर एयरलाइंस को तीन सदस्यों की कमेटी बनानी होगी। इसमें सेशन कोर्ट के एक आरोपित जज, दूसरी एयरलाइंस का एक व्यक्ति और यात्री संघ का एक सदस्य शामिल होगा। इस समिति को इस तरह की घटनाएं जल्द शुरू होने के लिए केवल 30 दिन का समय मिलेगा। यह समिति किसी भी व्यक्ति के दायित्व को प्राप्त करने पर उस पर कार्रवाई कर सकती है और उसे 1 दिन से लेकर जारी करने के लिए प्रतिबंधित कर सकती है। इसके साथ ही इस कमेटी को उन यात्रियों की सूची बना दी जाएगी जो फ्लाइट, एयरपोर्ट या पीरी हवाई यात्रा के दौरान बदले जाने के लिए पात्र पाए गए हैं।
डीजीसीए ने एयर इंडिया को फटकार लगाई
एयर इंडिया में दोनों घटनाएं हुई हैं डीजीसीए ने एयरलाइंस को कड़ी फटकार लगाई है कि इन दोनों मामलों में कंपनी सुस्ती से दिखाई दी और कार्रवाई करने में देरी की। इसके साथ ही एयरलाइंस को कारण बताते हुए नोटिस जारी करते हुए उनसे पूछा कि इस मामले में एयरलाइंस पर क्यों न कार्रवाई की जाए।
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