केंद्रीय बजट 2023 में आयकर: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मल आगामी बजट 2023 एक फरवरी को पेश करने वाले हैं। ऐस में देश के नागरिक आय टैक्सेटेड रिले बजट का अनाउंसमेंट कर रहे हैं। व्यक्तिगत के लिए आयकर वित्त वित्त वर्ष 2017-18 के बाद कोई बदलाव नहीं किया गया है। फरवरी 2020 में ‘नई कर व्यवस्था’ लागू की गई थी।
अब जानकार चाहते हैं कि बजट 2023 में टैक्स असमंजस को लेकर कुछ बदलाव किया जाए। इस बदलाव के तहत आम नागरिकों और कर्मचारियों को टैक्स में छूट की उम्मीद है। वर्तमान फैक्ट्स के अनुसार, एक व्यक्ति को एक-दूसरे पर निर्भर करते हुए टैक्स का भुगतान होता है। टैक्स में 5 करोड़ रुपये से अधिक की आय के लिए सर्वोच्च अनुमान रेटिंग कार्यभार और उपकर को शामिल करने के बाद, वर्तमान में 42.744 अनुपात है।
CNBCTV18 की खबर के अनुसार डेलॉइट इंडिया की भूमिका ताप्ती घोष ने बताया है कि 30 प्रतिशत की उच्च टैक्स दर को घटाकर 25 प्रतिशत किया जाना चाहिए और उच्च टैक्स दर की सीमा को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया जाएगा। ऐसे में प्रस्तावित उच्च अनुमान अनुमानों को अनुपात और उपकर सहित घटाकर 35.62 प्रतिशत किया जा सकता है। आइए जानते हैं नए टैक्स और पुराने टैक्स आस-पास के जानकारों ने क्या सलाह दी है।
कितनी कमाई हाँ टैक्स देता है
- नई कर व्यवस्था के तहत कुल 7 तरह के टैक्स टैक्स बनाए गए हैं। 2.5 मिलियन रुपये तक के मतदाता आय पर टैक्स से छूट दी गई है।
- 2.5 लाख से लेकर 5 लाख रुपये तक के आय पर 5 प्रतिशत टैक्स लागू होता है, जबकि ट्रेडिशन रेट भी 5 प्रतिशत होता है।
- पांच लाख से 7.5 लाख पर अटका रेट 10 प्रतिशत और प्रस्तावित अटकल भी 10 प्रतिशत है।
- 7.5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये अटका रेटिंग 15 प्रतिशत और अनुमानित रेटिंग भी 15 प्रतिशत है।
- 10 लाख से 12.5 लाख रुपये तक की सैलाना आय अटकलों की दर 20 प्रतिशत है और अनुमानित अनुमान दरें भी 20 प्रतिशत हैं।
- 12.5 लाख से 15 लाख रुपये पर टैक्स का अधिकार 25 प्रतिशत है, जो 20 प्रतिशत की मांग करता है।
- 15 लाख से 20 लाख रुपये पर अटकल रेटिंग 30 प्रतिशत है, जो 20 प्रतिशत की मांग है।
- 20 लाख से अधिक लोगों की अटकलों पर 30 प्रतिशत का अनुमान लगाया जाता है, जिसे 25 प्रतिशत लोग चाहते हैं।
पुरानी कर व्यवस्था के टैक्स अध
- 2.5 मिलियन रुपये अपलोड आय पर कोई टैक्स नहीं होता है।
- 2.5 लाख से पांच लाख रुपये की आय पर 5 आधार रेटिंग लागू होती है।
- 5 लाख से 10 लाख रुपये के आय पर 20 प्रतिशत अनुमान है।
- 10 लाख से 20 लाख रुपये ब्लूप्रिंट जॉब पर 30 प्रतिशत अनुमान दरें लागू होती हैं और इसे 20 प्रतिशत करने की मांग होती है।
- 20 लाख रुपये से अधिक की खबरों पर 30 प्रतिशत अटकलों की दर है और इसे 25 प्रतिशत की मांग है।
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