एयर इंडिया: कोरोना काल के बाद एविएशन इंडस्ट्री में शानदार तेजी देखी जा रही है। हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है ऐसे में एयरइंडिया हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को देखते हुए 500 नए हवाई जहाज के आर्डर देने की तैयारी में है। इससे ग्रुप दूसरी एयरलाइंस के दबदबे को चुनौती दे सकता है।
एयरलाइंस इकोनॉमिक्स कॉंफ्रेंस में एयरलीज कॉर्प के कार्यकारी आरोप स्टीवन उद्वर हेजी ने कहा कि रिकवरी के बाद से एयरलाइंस की ओर से बड़े आर्डर सामने आ रहे हैं जो अब तक पीछे हट गए थे। अब नोटिफिकेशन देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत से 500 एयरक्रॉफ्ट के लिए आर्डर आने वाला है जिसमें 400 नैरो बॉडी एयरक्रॉफ्ट होंगे जिनमें A320neos, A321neos और (बोइंग) 737 MAXs शामिल होंगे। साथ ही 100 वाइड बॉडी एयरक्रॉफ्ट का आर्डर होगा जिसमें (बोइंग) 787s, 777X, (एयरबस) A350s और 777 मालवाहक शामिल हो सकते हैं। हालांकि ये डील को लेकर अभी बातचीत चल रही है
टास्क ग्रुप के हाथों में एयर इंडिया को एक साल पूरा होने जा रहा है। और टास्क ग्रुप एविएशन सेक्टर में लगातार विस्तार के प्लान पर काम कर रहा है। हाल ही में चार्ट ने एयर इंडिया और विस्तार एयरलाइंस के विलय का फैसला किया है। टास्क एयर इंडिया लिमिटेड में अपने चार एयरलाइंस ब्रांड का विलय करना चाहते हैं। टास्क सं के साथ विस्तार के ज्वाइंट वेंचर को एयर इंडिया में विलय करने के बाद एयर इंडिया के नए संदर्भ में सिंगापुर एयरलाइंस की 25.1 फीसदी झलकियां दिखेंगी। अभी सिंगापुर एयरलाइंस की सिंगापुर एयरलाइंस में 49 झलकियां दिखाई देती हैं। सिंगापुर एयरलाइंस और पहले के बीच 2022-23 और 2023-24 में एयर इंडिया के क्रेडिट ऑपरेशन की फंडिंग के लिए अतिरिक्त पूंजी को लेकर भी सहमति बनी है।
टाटा संस एयर इंडिया में विस्तार के विलय के जरिए एविएशन सेक्टर में बड़ा साम्राज्य स्थापित करना चाहता है। विलय के फैसले के बाद एयर इंडिया देश में अलग-अलग संख्या और मार्केट शेयर के लिए दूसरी बड़ी एयरलाइंस बन जाएगी। एयर इंडिया को जीतने की दौड़ में ग्रुप विजयी घोषित किया गया था। जिसके बाद जनवरी 2022 में टाटा ने भारत सरकार से एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था। एयर इंडिया के अधिग्रहण से पहले टास्क के पास विस्तार और एयरएशिया नाम से पहले हीदो एयरलाइंस ब्रांड आपरेट कर रहे थे। एयर इंडिया के अधिग्रहण के बाद एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ब्रांड भी जुड़ गया। टास्क ने कहा था कि एयरएशिया को खरीदने वाला उसे पहले स्थान पर एयर इंडिया एक्सप्रेस में विलय कर देगा। यानी चार्ट केवल एयर इंडिया ब्रांड के नाम से सभी एयरलाइंस संचालित करती हैं।
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