रिलायंस इंडस्ट्रीज शेयर की कीमत: देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायेंस इंडस्ट्रीज का शेयर अपने मौजूदा स्तरों से छोटे को बंपर रिटर्न दे सकता है। ये कहना है वैश्विक लक्ष्य कंपनी जेफरीज का. इंडेक्स हाउस का मानना है कि रिलायेंस इंडस्ट्रीज के ग्रीन हाईड्रोजन व्यवसाय में कदम रखने के कारण स्टॉक में जबरदस्त तेजी आ सकती है।
जेफरीज ने अपनी रिपोर्ट में ग्रीनड्रोजन बिजनेस को 8 अरब डॉलर का फॉर्मूलेशन दिया है। जिसके बाद का बजट हाउस का अनुमान है कि रिलांयस के शेयर में अपने मौजूदा स्तरों से 26 प्रतिशत का उछाल आ सकता है और शेयर 3100 रुपये के स्तर को छू सकता है। जेफरीज ने अपनी रिपोर्ट में रिलाएंस के इलेक्ट्रोजर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस को यूरोपियन रीजनिंग से 20 फिच प्रोजेक्ट्स पर फॉर्मेशन को आंका है और 8 अरब डॉलर का फॉर्म्युलेट दिया है। उनका मानना है कि ग्रीन गवर्नमेंट हाईड्रोजन बिजनेस को कोई सब्सिडेंसेज नहीं है तो फॉर्मुलेशन में और टॉस कर सकते हैं।
जेफरीज की रिपोर्ट के चलते मंगलवार को रिलांयस के शेयर में टॉस देखने को मिला। रिलांयस का शेयर 1.42 इंच के साथ 2478 रुपये पर बंद हुआ है। वहीं रिलांयस के नतीजे भी तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित होते हैं। जिसमें ग्रॉस रिफाइनरी मार्जिन, जियो के मोबाइल टैरिफ में वृद्धि और जियो के स्टॉक परिवर्तन पर समझौता और सेक्टर के व्यवसाय में मार्केट शेयर बढ़ने से शेयर के फॉर्म में और देखने को मिल सकता है।
अगर सरकार तेल प्राधिकरण पर लगाये जाने वाले विंड टैक्स को खत्म कर देती है तो इसका सबसे बड़ा फायदा रिलायंस इंडस्ट्रीज को मिल सकता है। हाल ही में रेटिंग एजेंसी फिच ने कहा है कि 2023 में तेल प्राधिकरण पर लगे हुए विंडफॉल टैक्स को खत्म किया जा सकता है। दरअसल एक जुलाई 2022 को जब सरकार ने विंडफॉल टैक्स फिक्सिंग का एलान किया था तो उस दिन रिलांयस के शेयर में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली थी. एक ट्रेडिंग सेशन में रिलांयस का शेयर 9 फीसदी नीचे टूटा था। लेकिन फिच रेटिंग के विंडफॉल को टैक्स वापस लेने के लिए रिपोर्ट वाले खबरों के कारण रिलांयस के शेयर में जोश देख सकते हैं।
डिस्क्लेमर: (यहां संभव है कि शेयर करें की मार्केट में निवेश बाजार में काम करने की क्षमता नहीं है। संभव के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा जानकार से सलाह लें। ABPLive.com की तरफ से किसी को यहां भी पैसा लगाने की सलाह नहीं दी जाती है।)
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