पहलवानों का विरोध अद्यतन: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारी पहलवानों पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और कई कोचों के खिलाफ यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप हैं। उनकी मांग है कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष को तुरंत बर्खास्त कर दिया जाए। उसी समय, बृजभूषण शरण सिंह ने सभी जेहादियों का खंडन किया और इस्तीफ़ा देने की बात नहीं कही।
बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया है कि वह अपने समर्थन में कम से कम 300 पहलवानों को पेश करेंगे। उद्र, प्रदर्शनकारी पहलवानों ने WFI प्रमुखों के खिलाफ भारतीय ओलंपिक संघ का रुख किया। कई पदक विजेताओं ने आईओए अध्यक्ष पीटी ऊषा को लिखित शिकायत दर्ज कराई है। आइए 10 प्वाइंट में अब तक की जानकारी जानते हैं-
- अपने ऊपर गंभीर झूठ का खंडन करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “अगर मैं बोलूंगा तो सुनामी आ जाएगा।” उन्होंने कहा, “मैं यहां किसी की मदद से नहीं हूं, मुझे जनता ने चुना है।” उन्होंने इस्तीफा देने से साफ इनकार किया है।
- प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने भी अपने पास कई सबूत होने का दावा किया है। प्रदर्शनकारी पहलवानों ने कहा, “हम कानून का सहारा लेकर चलेंगे। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कहा कि सबूत होंगे तो लटकाएंगे, तो ये भी जल्द होगा।” पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा, “हमारी लड़ाई किसी सरकार से नहीं है, हमारी लड़ाई सिर्फ फेडरेशन से है। हम भी प्रदर्शन नहीं चाहते। मुझे नहीं लगता कि इतना समय लगना चाहिए।”
- खेल मंत्री अनुराग ठाकुर आज शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों से मिलेंगे। इससे पहले गुरुवार देर रात भी वे लोग मिले थे। हालांकि, इस मुलाकात से पहलवान ज्यादा खुश नजर नहीं आए। बैठक के बाद पहलवानों ने कहा कि वह कुश्ती संघ के मुखिया का इस्तीफा लेकर रहेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा तब तक वह धरना जारी रखेंगे।
- खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने चंडीगढ़ में पापाचार से बातचीत की और कहा कि आरोप हैं। खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ को पत्र लिखकर 72 घंटे में जवाब मांगा है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को तलब किया और उन्हें मीडिया के सामने किसी भी बयान के प्रति आशंकित किया क्योंकि पहलवानों के साथ स्थिति और जटिलता हो जाएगी।
- प्रदर्शनकारी पहलवानों ने ओलंपिक संघ का रुख किया है। साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित कई पहलवानों ने IOA अध्यक्ष पीटी ऊषा को शिकायत लिखी है। जिसके खिलाफ उन्होंने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है। पहलवानों ने पीटी उषा को लिखे अपने पत्र में कहा, “उनकी जान को भी खतरा हो सकता है।” उन्होंने डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पर खिलाड़ियों की चापलूसी करने का आरोप लगाया है। पहलवानों ने आरोप लगाया कि टोक्यो में ओलंपिक पदक से चूकने के बाद विनेश फोगाट मानसिक रूप से प्रताड़ित हो गई थी। इसके कारण वह आत्महत्या करना चाहती थी।
- विनेश फोगाट इन झूठे सबूतों को देने के लिए भी तैयार हैं। पहलवानों ने कहा कि जरूरत पड़ी तो आईओए अध्यक्ष पीटी ऊषा के सामने सभी सबूतों को पेश किया जाएगा। विनेश फोगाट ने कहा, “दुर्भाग्य से हमें ट्वीट प्रतिक्रिया नहीं मिली। कल हमारे बीच 1-2 पीड़ित थे लेकिन अब हमारे पास 5-6 पहलवान हैं, वास्तविक यौन उत्प्रेरण किया गया। अभी हम उनका नाम नहीं ले सकते, वास्तविक वे किसी की बेटियाँ और बहनें हैं।” उन्होंने कहा, “अगर हमें उनकी पहचान का खुलासा करने के लिए मजबूर किया जाता है, तो यह एक काला दिन होगा।”
- पहलवान बजरंग पूनिया ने जाहिर तौर पर गुस्सा करते हुए कहा कि हमारी पढ़ाई खराब हो रही है और हम भी यहां बैठना नहीं चाहते। हमने सभी अपनी मांगें सरकार के सामने रखी हैं, मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। बजरंग पूनिया ने कहा, “हमारी लड़ाई किसी सरकार से फेडरेशन से नहीं है… ये साल बेहद अहम है, उम्मीद है कि सरकार जल्द कार्रवाई करेगी।”
- बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जल्द सुनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि फेडरेशन के अध्यक्ष इसे राजनीतिक रंग दे रहे हैं, लेकिन प्रर्दशन में केवल खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा, “हमें भी दुख हो रहा है कि खिलाड़ी अपनी शिक्षा को छोड़कर थोड़े से हैं, इसमें कोई राजनीति नहीं है, कोई राजनेता आता है तो वह मंच पर कम नहीं है।”
- खेल मंत्रालय ने प्रतीक्षा करने का आग्रह किया क्योंकि उसने महासंघ से जवाब मांगा है। डब्ल्यूएफआई आज यानी शुक्रवार (20 जनवरी) की दोपहर तीन बजे तक अपना जवाब दाखिल कर सकता है। इससे पहले बुधवार (18 जनवरी) को खेल मंत्रालय ने कहा था कि अगर डब्ल्यूएफआई अगले तीन दिनों में जवाब नहीं देता है तो खेल मंत्रालय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के तहत महासंघ के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगा।
- भारतीय ओलंपिक संघ ने आज शाम 5:45 बजे चर्चा के लिए नेताओं के मुद्दों पर प्रदर्शन करने के लिए कार्यकारी परिषद की बैठक बुलाई है।
ये भी पढ़ें-एलजी बनाम केजरीवाल: सर और एलजी के बीच फिर शुरू हुई चिट्ठियों की जंग, चार्जर के इस ट्वीटर पर शुरुआत हुई