बैंक एफडी दरें: ग्राहकों को शेयरों में फिक्स्ड डिपॉजिट्स का लाभ लेने के लिए शेयरों के बीच होड़ होना शुरू हो जाता है। सभी बैंक इन दिनों ग्राहकों को एफडी पर आकर्षित ब्याज ब्याज के ऑफर दे रहे हैं जिससे संबंधित ऋण की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद करने के लिए नगदी की सदस्यता में रखते हुए विशेष रूप से प्राप्त कर सकते हैं। और व्यस्तता में बैंक और व्यस्तता बढ़ाने की योजना बना सकते हैं।
साइट्स ने FD पर वेजेज बढ़ाने की कंजूसी की
4 मई 2022 को आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ाने का सिलिकेट शुरू किया, उसके बाद पांच चरणों में कहा गया कि 2.25 प्रतिशत रेपो रेट बढ़ाना पड़ा। सेंस ने इसका पूरा भार ग्राहकों के ऊपर डाल दिया। कर्ज की मांग में तेजी से होने के कारण कर्ज महंगा कर दिया। लेकिन साइट्स ने बेहद चालाकी से डिपॉजिट रेट नहीं बढ़ायाये। 2022 में बैंक सेक्टर में क्रेडिट रेटिंग 14.9 प्रतिशत होने का मतलब है कि संभावित लोगों ने जबरदस्ती कर्ज दिया है। लेकिन सेव में डिपॉजिट अकाउंट केवल 9.2 प्रतिशत के हिसाब से मिलता है। जबकि 2021 में डिजॉजिट रेटिंग रेट 10.3 प्रतिशत था जो 9.2 क्रेडिट रेटिंग रेट से अधिक था।
सेस में नगदी की कमी
साइट में क्रेडिट के प्रमाण जमा होने के कारण किसी को भी नगदी की कमी का पता लगाना पड़ा। मई 2019 के बाद पहली बार 2022 में नगदी का संकट खड़ा हो गया। कर्ज की मांग में लापरवाही, एसेट टैक्स देनदारी और शेयरधारकों द्वारा जमा दरों में वृद्धि नहीं होने के कारण नगदी का संकट बना हुआ है। लेकिन अब जमाकर्ताओं को लुटने के लिए बैंक डिपॉजिट रेट में अचल होने लगे हैं। आगे भी बैंक एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) बन्धन (आवर्ती जमा) बन्धन त्वरण डिपॉजिटर्स को लुने की कोशिश करेंगे जिससे उनसे संबंधित नगदी आए।
डिपॉजिट पर बढ़ता जा रहा व्याज
आईसीआईसीआई बैंक, आरबीएल बैंक, एक्सिस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने डिपॉजिट पर ब्याज बढ़ाने का फैसला किया है। सोमवार से आईसीआईसीआई बैंक ने 2 करोड़ से लेकर 5 करोड़ तक डिपॉजिट पर ब्जेज टेंशन बढ़ाने का फैसला किया है। 15 से 18 महीने की अवधि वाले एफडी पर बैंक में 7.15 प्रतिशत ब्याज दे रहा है। और 18 महीने से 2 साल की अवधि वाले एफडी पर भी 7.15 प्रतिशत का अंक मिलेगा। आरबीईएल बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम वाले एफडी पर व्यस्तता बढ़ाने का फैसला किया है। 453 से 459 दिन, 460 से 760 दिन और 725 दिनों की अवधि वाले एफडी पर 7.5 प्रतिशत ब्याज बैंक दे रहा है।
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