ज़ोमैटो शेयर क्रैश: ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के शेयर में बुधवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली है। शेयर दिन के ट्रेडिंग के दौरान एक समय में 15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 44.35 रुपये तक जा सुहा। हालांकि बाजार बंद होने पर निचले स्तर से शेयर में थोड़ी रिकवरी को मिला और शेयर 8.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47.75 रुपये पर बंद हुआ। इससे पहले जोमैटो 40.60 रुपये के लेवल को भी देख चुका है।
बुधवार की सुबह शेयर 52 रुपये पर खुला था. लेकिन बाजार में गिरावट बढ़ने के बाद जोमैटो में भी गिरावट आई। जोमैटो का मार्केट कैप कंपोनेंट 40,834 करोड़ रुपये पर चुकाया गया है। जोमैटो 76 रुपये के इशू प्राइस पर लिपो लेकर आई थी और अब शेयर इशू प्राइस से 37 सेंट नीचे 47.75 रुपये पर ट्रेड कर रही है। 2021 में मार्क के बाद शेयर ने 169 रुपये के हाई को छुआ था। 23 जुलाई, 2021 को जाम के दिन जोमाटो का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये था जो अब केवल 40,834 करोड़ रुपये रह गया है। यानी कुछ के बाद से ही 60,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया है। साल 2023 के पहले 25 दिनों में जोमैटो के शेयर में 20 फीसदी की गिरावट आ चुकी है तो पिछले एक साल में शेयर में 52.46 फीसदी और 3 महीने में 26 फीसदी की गिरावट आई है।
हाल के दिनों में जोमैटो लगातार चर्चा में बना हुआ है। कंपनी ने अपने एप पर 10 मिनट में डिलीवरी करने की सर्विस जोमैटो इंसेंटेंट (Zomato Instant) को बंद कर दिया है जिसे 2022 में दिल्ली एनसीआर और बैंगलुरू में 10 मिनट फूड डिलिवरी सर्विस के में शुरू किया गया था। अब कंपनी ने एक बार फिर लॉयल्टी प्रोग्राम (लॉयल्टी प्रोग्राम) ऑफर जोमैटो गोल्ड (Zomato Gold) को लॉन्च किया है। जोमैटो गोल्ड के तहत यूजर्स को लॉक डाउन और फूड कनेक्टिविटी पर समझौते किए जाएंगे। हालांकि इस सर्विस को लेने के लिए यूजर्स को तीन महीने के लिए 149 रुपये का भुगतान करना होगा। जोमैटो गोल्ड लेने वाले यूजर्स को 10 किलोमीटर के रेडियस में अनलिमिटेड फ्री डिलीवरी (अनलिमिटेड फ्री डिलीवरी) मिलेगी।
2021 में स्टॉक मार्केट पर लिस्ट हुए टेक स्टॉक्स में केवल जोमैटो ही नहीं बल्कि पेटी, नायका, दिल्ली और पॉलिसी मार्केट के शेयर भी इश्यू प्राइस से नीचे व्यापार कर रहे हैं। ये सभी दिखावटी शेयर अपने आश्यू प्राइस से 75 प्रतिशत तक नीचे ट्रेड कर रहे हैं।
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