बीबीसी वृत्तचित्र पंक्ति: पीएम नरेंद्र मोदी और लोकतंत्र पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ आगे बढ़ते के बीच कैरल (केरल) में कांग्रेस की स्क्रीनिंग की। केरला कांग्रेस की ओर से यह डॉक्यूमेंट्री कैपिटल तिरुवनंतपुरम के शांघुमुघम बीच (शांघुमुघम बीच) पर नजर आई।
केरला कांग्रेस ने दो हिस्सों में बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ दिखाने का फैसला ऐसे समय पर लिया, जब पूर्व एक. एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने अपने ट्वीटर के खिलाफ दस्तावेजी आलोचना को लेकर हुई आलोचनाओं के बाद पार्टी में बुधवार (25 जनवरी) से सभी पदों पर इस्तीफा दे दिया था। आईटीबीके लेकर ने कांग्रेस पर निशाना भी साधा था।
बीजेपी ने क्या कहा था?
हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में आए जयवीर शेरगिल ने अनिल एंटनी के झटके पर ट्वीट किया, ”राष्ट्र के लिए, राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता के लिए सोचने वाले स्वाभिमानी व्यक्ति अब कांग्रेस में नहीं रह सकते। यह ‘मोहब्बत की दुकान’ नहीं बल्कि ‘चम** का दरबार’ है जो कांग्रेस पर हावी है।”
अनिल एंटनी ने क्या कहा था?
अनिल एंटनी ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर मंगलवार (24 जनवरी) को ट्वीट किया था कि बीबीसी के साथ विभिन्न मतभेदों के बावजूद उन्हें लगता है कि बीबीसी, ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री और ”इराक युद्ध के पीछे दिमाग” जैक स्ट्रॉ के विचार भारतीय सहमति के विचार से अधिक महत्व खतरनाक चलन है और इससे देश की संप्रभुता प्रभावित होगी।
इसके बाद एंटनी को कांग्रेस में आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इस वजह से उन्होंने बुधवार (25 जनवरी) को पार्टी में अपने सभी पदों से इस्तीफा देते हुए कहा था कि अब मुझे अच्छी तरह से पता चल गया है कि आप, आपके सहयोगी और आपके अजनबी लोग केवल चापलूसों और चमचों के उस झुंड के साथ काम करते हैं के अनजाने हैं, जो बिना किसी सवाल के आपके प्रॉक्सी पर काम करेंगे।
मामला क्या है?
बीबीसी के दस्तावेज़ में यह दावा किया गया है कि 2002 के द्वेष से संबंधित यह रिकॉर्ड कुछ लोगों पर आधारित है। वर्ष 2002 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के आलेख थे।
सरकार ने ट्विटर और यूट्यूब डॉक्यूमेंट्री का लिंक ब्लॉक करने का निर्देश दिया था। विदेश मंत्रालय ने डॉक्यूमेंट्री को ”दुष्प्रचार का हिस्सा” करार देते हुए खारिज कर दिया और कहा कि इसमें चमक का अभाव है।