पाकिस्तान: कंगाली के वर्जिन पर पाकिस्तान (पाकिस्तान) की मुश्किलें कम होने के नाम नहीं ले रहे हैं। पाकिस्तान जैसी स्थिति से उसकी आर्थिक स्थिति पटरी पर आने लगी है। अपने दोस्त देशों से मदद की भीख मांग रहा है। लोग सजावट के लिए लाट रहे हैं। इसी बीच पाकिस्तान की शाहबाज सरकार ने कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पीओके के लोगों की मुश्किलें बढ़ाने का फैसला लिया है।
दरअसल, पाकिस्तान सरकार ने पाक अधिकृत कश्मीर में बिजली पर अपनी सब्सिडी खत्म कर दी है। एक अधिसूचना जारी करते हुए शाहबाज सरफराज सरकार ने पोरो के नागरिकों पर लागू होने वाले पेंशन प्रभाव को समाप्त कर दिया है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान के अवैध रूप से व्यवसाय करने वाले क्षेत्रों के लिए पुराने टैक्स ब्रोकर को रद्द कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान सरकार ने पोओके (पाकिस्तान के व्यवसाय वाले कश्मीर) को जारी किए गए एकतरफा समझौते के मसौदे के माध्यम से टैरिफ को भी रद्द कर दिया है। इससे नेटवर्क की मार बढ़ रही है लोगों की परेशानी और बढ़ रही है। आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान सरकार ने यह फैसला अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए लिया है।
इतनी तेज बिजली
जानकारी के मुताबिक, अब पोओके में बिजली की कीमत 16 प्रति यूनिट से बढ़कर 22 रुपये प्रति यूनिट होगी। जिससे आम आदमी के कंधे का बोझ निश्चित रूप से बढ़ जाता है। अत्याचारी है कि पिछले दिनों पाकिस्तान के कई शहरों में अंधेरा छा गया था। सोशल मीडिया पर बिजली गुल की कई तस्वीरें वायरल हुई थीं। किसी ने भी शहबाज शरीफ पर निशाना साधा था। विद्युत मंत्री खुर्रम दस्तगीर को खुद आने के मामले में सफाई दाखिले पडी थी। लेकिन इन सबके बाद एक बात साफ हो गई कि पाकिस्तान महासंकट के दौर से भी गुजर रहा है।
क्षुद्र से समृद्ध है पोके
बता दें कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर जल संसाधनों से समृद्ध है और बिजली उत्पादन में एक आत्म-निहित क्षेत्र है। इसके बाद भी पीओके को लेकर सरकार का यह लोगों का फैसला को रास नहीं आ रहा है और सरकार की जमकर आलोचना हो रही है।
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