पाक बनाम बांग्लादेश: कभी भारत का ही हिस्सा रहे पाकिस्तान (पाकिस्तान) और बांग्लादेश (बांग्लादेश) आज अपनी-अपनी अर्थव्यवस्था के नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। पाकिस्तानी इकोनॉमिक (पाकिस्तान आर्थिक संकट) जहां बेहद खस्ता-हाल हो गया है, वहीं बांग्लादेश ने उसे इकोनॉमिक जिम्मेदारी में बढ़ा दिया है। आज की बड़ी सचाई यह है कि पाकिस्तान के पासजर 3 हफ्ते के काम में लाकर विदेशी मुद्रा भंडार को बचा रहा है।
बिजली की सुविधा की बात करें तो भी उसकी हालत बंगलादेश के लिए खराब है। बांग्लादेश में 96 प्रतिशत घरों में बिजली है जबकि पाकिस्तान में यह 75 प्रतिशत है। अकसर बातचीत में लोग बांग्लादेश की मुद्रा का उल्लेख करते हैं, जिसे टका कहा जाता है। बात-बात में ‘दो टके’ वाला ये शब्द पाकिस्तानी रुपये की तुलना में ज्यादा भारी हो गया है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की तुलना में ज्यादा बंगलादेश में काफी कम रिकॉर्ड बनाया गया है।
बांग्लादेश से बड़ा होने के बावजूद पिछड़ा पाक
पाकिसतान बांग्लादेश से क्षेत्र काफी बड़ा है, और जनसंख्या में भी वह बंग्लादेश से बड़ा है। पाकिस्तान की आबादी 225 लाख है, जबकि बांग्लादेश की आबादी 166 लाख है। मगर… ये आबादी का ज्यादा होना या क्षेत्र में बड़ा होना पाकिस्तान को बांग्लादेश से आगे नहीं रखा पाया, बांग्लादेश ने शुरू से ही भारत से रिश्ते बनाए रखें और अपना ज्यादातर व्यापार भारत से किया। वहां भारतीय ट्रस्ट का भी बिटकॉइन निवेश संदेश, जबकि पाकिस्तान के मामले में यह स्थिति उलट रही है।
पाक में आतंक की फैक्ट्रियां चलीं और निवेश नहीं आया
आजादी के बाद से ही पाकिस्तान ने भारत पर हमले किए और फिर 90 के दशक से वहां आतंक की फैक्ट्रियां खुल गईं। पाकिस्तान में लंबे समय तक सत्ता गिरोहों के हाथों में रही। इसके अलावा वहां विदेशी उद्यम का निवेश नहीं बढ़ता है, क्योंकि साझेदारी समझौते होते ही रहते हैं, इसके अलावा पाकिस्तान में मजहबी कट्टरता भी विकास-परि नौकरीओं और निवेश के मामले आड़े आए हैं। ये सब होते हुए पाकिस्तान बांग्लादेश की तुलना में पिछड़ता चला गया। पाकिस्तान में भ्रष्टाचार इतना होता है कि उनकी गिनती दुनिया के सबसे भ्रष्ट मुल्कों में होती है।
बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा विक्रेता पाक से बहुत ज्यादा
जीवन प्रज्ञा के बंधन से भी पाकिस्तान की बांग्लादेश से तुलना की जाए तो भी बांग्लादेश बेहतर है। बंगलादेश में जीवन प्रज्ञा 73 साल है, जबकि पाकिस्तान में यह 67 साल है। सबसे बड़ी बात, आज पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा विक्रेता मात्र 3.67 अरब डॉलर का है। वहीं, बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा विक्रेता इस समय 34 अरब डॉलर है। यह लगभग 8 गुना ज्यादा है।
बंगलादेश का ‘टका’ 2008 से मजबूत हो रहा है
दोनों देशों की मुद्रा की बात करें तो भी बांग्लादेश पाकिस्तान पर भारी पड़ गया है। जहां 2008 से ही बांग्लादेश का ‘टका’ मजबूत हुआ, वहीं पाकिस्तान की कई कमजोरियां हो रही हैं। बंगलादेश का ‘टका’ पाकिस्तानी हफ्ते की तुलना में ज्यादा वैल्यू वाला चुकाया गया है।
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