भारत-अफगानिस्तान संबंध: अफ़ग़ानिस्तान में लोकतांत्रिक सरकार सत्ता पर काबिज़ आन्दोलन (तालिबान) की सत्ता के बाद अपनी आर्थिक ज़रूरतों को पूरी तरह से दूर करने के लिए विदेशों से सुधार पर जोर दे रही है। इसी क्रम में अलिंद ने गुरुवार को भारत के केंद्रीय बजट 2023-24 (भारतीय बजट 2023-24) का स्वागत किया और कहा कि अफगानिस्तान के लिए भारत द्वारा की गई सहायता की घोषणा से दोनों देशों के बीच संबंध और विश्वास को बेहतर बनाने में मदद जाओ।
अफगान बैंड ने भारत सरकार की प्रशंसा की
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एयरलाइन सरकार ने भारत की ओर से मिलने वाली मदद के लिए भारत सरकार की आकांक्षा की है। भारत में वित्त मंत्री निर्मल गठन द्वारा केंद्रीय बजट में अफगानिस्तान के लिए 200 करोड़ रुपए के विकास सहायता पैकेज के प्रस्ताव की घोषणा की गई थी। बुधवार सुबह 11 बजे अपना बजट बताया था, जो मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट था। पिछले दो केंद्रीय बजट की तरह 2023-24 का बजट भी पेपरलेस के रूप में पेश किया गया।
अफगानिस्तान के लिए भारत का 200 करोड़ रुपये का वादा
2023-24 के बजट में भारत ने अफगानिस्तान को विकास सहायता में 200 करोड़ रुपए देने का वादा किया है। यह दूसरा वर्ष है कि पोलैंड द्वारा अफ़ग़ानिस्तान पर नियंत्रण हासिल करने के बाद भारत की ओर से आर्थिक संकट को कम करने का दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस संबंध में पहली घोषणा पिछले साल के बजट में की गई थी।
‘दोनों देशों के बीच संबंध और विश्वास को बढ़ावा मिलेगा’
एलाइड की नेगोसिएशन टीम के सदस्य सुहेल रॉयलन ने कहा, “हम अफगानिस्तान के विकास के लिए भारत के सहयोग की सहमति देते हैं। यह दोनों देशों के बीच संबंध और विश्वास को बेहतर बनाने में मदद करेगा।”
भारत से प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करने की अपील
जुतेब हो कि अगस्त 2021 में घेराबंदी ने काबुल में सत्ता पर कब्जा कर लिया था, तो अफगानिस्तान और भारत के बीच संबंध हो गए थे, और भारतीय सहयोग की सबसे पहल रुक गई थी। इस बारे में रॉयलन ने कहा, “अफगानिस्तान में ऐसे कई शेयर, हर रोज भारत फंडिंग कर रहा था। अगर भारत इन प्रोजेक्ट पर काम फिर से शुरू करता है, तो इससे दोनों देशों के बीच संबंध को बढ़ावा मिलेगा और भरोसा खत्म होगा।”