तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पत्र: पाकिस्तान के हालात बुरे हैं। मैंजर ये है कि पाक के पास डिफॉल्ट होने से बचने के लिए अब बस एक ही रास्ता बचा है और वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से मदद करता है। इन हालातों के बीच अब तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने एक खतरा जारी किया है। इसमें पड़ोसी मुल्क के बदतर होते हुए आर्थिक स्थितियों के कारणों का उल्लेख किया गया है। टीटीपी का कहना है कि इन खराब आर्थिक स्थितियों के लिए भ्रष्ट राजनीतिज्ञ और उनके कठपुतली जरनल जिम्मेदार हैं।
टीटीपी (TTP) का कहना है कि यही दो तबके हैं जो पाकिस्तान का खजाना लूट रहे हैं। ऐसे लोगों को फौज में लाया जाता है जो आम लोगों के मुंह से निवाला को खोलकर रखते हैं। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मुताबिक पाकिस्तान के महान वैज्ञानिक के मेहनत पर पानी फेरा जा रहा है और एटम बम पर भी सौदा तय हो गया है।
‘जमीनों को अपना नाम कर रहे ये लोग’
तहरीक-ए-तालिबान की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि पंजाब की बेशकीमती जमीनों को यह भ्रष्ट राजनेता और जरनल अपने नाम पर कर रहे हैं। मोटर और एयरपोर्ट को लेकर मुल्क की सारी प्रॉपर्टी स्टेक्स पर लगा है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने आवाम से अपील की है कि ऐसे भ्रष्ट राजनेता और उनके कठपुतली जनरल से जब तक पीछा नहीं छोड़ेंगे तब तक देश का भला नहीं होगा।
सरकार पाक और सेना की मुश्किलें
यह खत पाकिस्तान सेना की तरफ से जारी फतवे के मुददों के खिलाफ पाकिस्तान की जनता के नाम से जारी किया गया है। इस खतरे के सामने आने के बाद पाकिस्तान सरकार और सेना दोनों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। निशाने में लोगों ने जगह- जगह धरना देना शुरू कर दिया है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में जजमेंट कैंप में प्रशिक्षण लेकर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान अब भस्मासुर की तरह पाकिस्तान सेना और सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहा है।
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