पिछले साल पर गड़बड़ी हुई तो इस साल प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की दो बार मुलाकात हुई और दोनों में अच्छा तालमेल बैठा। दोनों राष्ट्राध्यक्षों की पहली मुलाकात टोक्यो में क्वाड शिखर सम्मेलन के स्थलों पर हुई तो वहीं दूसरी मुलाकात इंडोनेशिया की राजधानी बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई।
कई प्लेटफॉर्म पर साथ दिखेंगे भारत-अमेरिका
इसी साल देश के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने सितंबर में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मिलने की थी और भारत-अमेरिका संबंध के सभी दृष्टिकोण और आगे की राह पर काफी प्रोडक्टिव चर्चा की थी। अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि 2022 में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बिडेन ने दिशा और दृष्टि में भारत-अमेरिका पर साझेदारी की और मजबूत हुई है
इस साल भारत और अमेरिका के संबंध पर नजर डालें तो भारत और अमेरिका के कई राजनयिक मुद्दे और मंच पर एक दूसरे से मिले और सकारात्मक चर्चा करते नजर आएं। फिर चाहे वह टोक्यो में एक पहलू के मुद्दों पर बातचीत हो या वाशिंगटन में दोनों देशों के बीच 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक हो। इन सब के अलावा दोनों देशों ने आपसी सहयोग को भी आगे बढ़ाया है।
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भारत में यूएस नेवल शिप की मरम्मत हुई
आर्थिक मोर्चों पर दोनों देशों ने पुराने बाज़ार मुद्दों के संभावित समाधान निकाले। इस साल ही भारत में पहली बार अमेरिकी नौसेना के जहाज को भारत ने मरम्मत की और भी कई सारे मुद्दों पर दोनों देशों के बीच गहरा सामंजस्य देखा गया। विदेशी राजनयिक तरणजीत संधू ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारे रणनीतिक संबंध काफी गहरे हैं। दोनों देशों ने इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (IPEF) की तरह नई शुरुआत की तो वहीं I2U2 को मजबूत किया।
एशिया में क्यों जरूरी है भारत-अमेरिका की साझेदारी?
दक्षिण और मध्य एशिया के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने रिश्ते पर राजदूत संधू के विचार से सहमतिते हुए कहा कि उनका मानना है कि भारत-अमेरिका संबंध दुनिया में सबसे बेहतर संबंध से एक हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध तय करेंगे कि एशिया स्वतंत्र और लोकतांत्रिक रहेगा या नहीं।
लू ने कहा कि यह हमारे विश्राम के लिए उल्लेखनीय और ऐतिहासिक वर्ष रहा है। उन्होंने कहा कि हमने कोविड-19 की तीव्रता को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों को लेकर आशंकाएं पैदा की हैं।
क्वाड को लेकर क्या बोले?
लू ने भारत के साथ रिलेशन के बारे में बात करते हुए कहा कि हमने मैरिटाइम बेस में भी भारत-प्रशांत साझेदारी और मानवीय सहायता और आपदा राहत के लिए साझेदारी शुरू करने के लिए क्वाड में एक साथ काम किया। उन्होंने कहा कि हमने महिलाओं के लिए आर्थिक रूप से सशक्त होने के लिए यूएस-इंडिया एलायंस लॉन्च किया है, जो महिला बिजनेस लीडर्स की उद्यमिता और परामर्श का समर्थन करने के लिए काम कर रही है।
2023 में क्या होगा?
वर्ष 2022 के सबसे घनिष्ठ तालमेल के बाद 2023 में भारत अमेरिका संबंध किस स्थान पर होंगे इसके बारे में चर्चा करते हुए लू ने कहा कि भारत को पहली बार G20 की अध्यक्षता मिली है, और यूएसए इस महत्वपूर्ण स्थिति के समर्थन में सरकार के स्तर पर मिलकर काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
रक्षा और ऊर्जा के क्षेत्र में वृद्धि होगी
दक्षिण और मध्य एशिया के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने कहा कि नए साल में हम रक्षा और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में परस्पर सहयोग से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि हमने भारत में साइट स्टैटिस्टिक्स नेटवर्किंग से अधिक कोप्रोडक्शन पर जोर देने का फैसला लिया है।
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