शहबाज शरीफ तुर्की जाएंगे: तुर्किए (तुर्की) में सोमवार (6 फरवरी) को विनाशकारी भूकंप के बाद बड़ी तबाही मची है। तुर्की और सीरिया में 4 हजार से अधिक लोगों की जान चली गई है। इस बीच भूकंप की मदद के लिए कई देश आगे आ रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ भूकंप से प्रभावित देश को समर्थन देने के लिए तुर्की की यात्रा पर जा रहे हैं। हालांकि इस शराब के साथ अपने पूरे तंत्र के साथ तुर्की की राहत सरकार कार्य में तेजी से जुटी है। ऐसे में शाहबाज की यात्रा के जजमेंट की कड़ी आलोचना की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ) बुधवार (8 फरवरी) को तुर्की (तुर्की) की यात्रा पर जाएंगे।
शाहबाज तुर्की की यात्रा करेंगे
पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने पीएम शहबाज शरीफ के तुर्की जाने के फैसले की जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि शाहबाज शरीफ के साथ विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भी साथ जा सकते हैं। पीएम शहबाज भूकंप (Earthquake) के विनाश और जानमाल के नुकसान के लिए राष्ट्रपति एर्दोगन से झलक के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे।
तुर्की यात्रा के फैसले की कड़ी आलोचना
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की तुर्की यात्रा करने के फैसले की कड़ी आलोचना की जा रही है। पाकिस्तान के पत्रकार अब्बास नासिर ने इसे झुका हुआ क़दम बताया है। उन्होंने ट्वीट किया, ”कितनी नासमझी है। इतनी बड़ी आपदा में राहत के प्रयासों को लेकर तुर्की के लोग लगे रहेंगे। पाकिस्तान आतंक से पीड़ित है, लेकिन उसे कम प्राथमिकता दी जा रही है। उद्योग चौपड़ हो गया है। पाकिस्तान के लोग ये इच्छा रखते हैं कि नेता उनके बीच ही रहें। तुर्की में शाहबाज की यात्रा को थोपना सही नहीं है”।
क्या नासमझ इशारा है। राहत के प्रयासों में तुर्क पूरी तरह से व्यस्त रहेंगे; त्रासदी के साथ आ रहा है। घर में आतंकवाद को फिर से कम प्राथमिकता दी गई। अर्थव्यवस्था गडबडी में। पाकिस्तान के लोगों को अपने बीच के नेताओं की जरूरत है, विदेशों में नहीं। तुर्कों पर थोपना क्यों? https://t.co/GfC5ZwuJ7A
– अब्बास नासिर (@abbasnasir59) फरवरी 7, 2023
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ही घोर निंदा की है
पाकिस्तान के एक और पत्रकार बाकिर सज्जाद ने भी शहबाज शरीफ के तुर्की जाने के फैसले पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, ”जन्मपत्र से अभी तुर्की जाने का कोई मतलब नहीं है। यूनिटीटा की अभिव्यक्ति और अत्यधिक राहत सामग्री की आवश्यकता है और इसे निश्चित रूप से दिया जाना चाहिए। वहां जाने के बजाय शाहबाज सरकार को इस पर गौर करने की जरूरत है कि वो तुर्की और सीरिया को इस आपदा में कैसे सहायता कर सकते हैं।”
निश्चित रूप से, इस बिंदु पर तुर्की जाने का कोई मतलब नहीं है। एकजुटता की अभिव्यक्ति और माल का प्रेषण कुछ ऐसा था जो किया जाना चाहिए था और पहले ही किया जा चुका है। वहां जाने के बजाय, GoP को यह देखना चाहिए कि तुर्क और सीरियाई राहत प्रयासों का समर्थन कैसे किया जाए।
– बाकिर सज्जाद (@baqirsajjad) फरवरी 7, 2023
तुर्की की मदद के लिए आगे कई देश आए
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान (पाकिस्तान) की ओर से बयानों में कहा गया है कि सेना ने डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ़, चक्कर, 30 व्यूअर वाले मोबाइल अस्पताल, टेंट और कंबल सहित अन्य राहत सामग्री की एक मेडिकल टीम के दृष्टिकोण है। उद्र, भारत ने भी एंडी तुर्की की टीम को तुर्की भेजा है। इसमें एंडी गोपनीय की स्पेशल सर्च एंड रेस्क्यू टीम, डॉग दस्ता, मेडिकल सामान, ड्रिलिंग मशीन और सहायता प्रयासों के लिए अन्य राहत सामग्री शामिल हैं।
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