MSCI में अदानी समूह के शेयर: MSCI (मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल) ने घोषणा की है कि वो अदानी ग्रुप के शेयर के फ्री-फ्लोट स्टेटस की समीक्षा करने जा रहा है। अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग पर छापा मारने के बाद MSCI ने ये फैसला लिया है। एमएससीआई ने अपने बयानों में कहा कि मार्केट के साथी एमएससीआई ग्लोबल इंवेस्टेबल मार्केट शेयर (जीआईएमआई) में अदानी ग्रुप के सिकोरिट्ज के फ्री-फ्लोट स्टेट को लेकर चिंता जताते हैं और इस बारे में उनका ध्यान मिला है।
जोखिम समर्थक MSCI ने स्पष्ट किया कि उनका ये मानना है कि अडानी समूह की कुछ शर्तों को फ्री-फ्लोट का हिस्सा नहीं होना चाहिए। अगर एमएससीआई फ्री-फ्लोटिंग के तहत स्टॉक के फैसले लेता है तो इसका व्यापक प्रभाव अडानी ग्रुप के स्टॉक पर देख सकता है। एमएससीआई इंडेक्स को तैयार करने से जुड़ी अपनी सेवाएं देती है।
MSCI का फुल फॉर्म मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल है। ग्लोबल बिग कंपोज़िट एमएसीआई आपस में शेयरिंग मानक निवेश करते हैं। इसी के आधार पर दुनिया भर के बाजारों में ये निवेश करते हैं। जब भी कोई शेयर एमसी सर्कल में शामिल होता है या आवंटन करता है तो इसका स्टॉक के भाव पर असर दिखता है। जिन शेयर स्टॉक में शामिल होता है, वह शेयर में निवेश करता है और उसे हटाकर शेयरधारक को देखता है। एमएससीआई हर छह महीने या तिमाही पर शेयर को रखने या हटाने पर फैसला करता है।
फ्री-फ्लोटिंग वाले शेयर शेयर को कहा जाता है जो ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होते हैं। एमएससीआई उन शेयरों को फ्री-फ्लोट पर चढ़ता है जो विदेशी छिपने के लिए बाजार में रख लेते हैं। अदानी समूह की 8 कंपनियां MSCI में शामिल हैं जिसमें NDTV और अदानी विल्मर शामिल नहीं हैं। MSCI ग्रुप के स्टॉक्स को बनाए रखने पर MSCI ग्रुप के स्टॉक्स की समीक्षा करने के बाद गुरुवार को ग्रुप के स्टॉक्स में फिर से गिरावट देखने को मिली। अडानी ग्रुप के स्टॉक्स 11 प्रतिशत तक गिरकर बंद हो गए हैं।
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