अक्षय ऊर्जा पर मनीष सिसोदिया: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (मनीष सिसोदिया) ने कहा कि दिल्ली सरकार अगले 3 साल में अक्षय ऊर्जा ऊर्जा (अक्षय ऊर्जा) के माध्यम से 6000 बिजली का उत्पादन करेगी।
शुक्रवार (9 फरवरी) को सिसोदिया की अध्यक्षता में ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ अहम बैठक हुई। बैठक में वे आगामी वर्षों के लिए दिल्ली की ऊर्जा की झलकियां और उन्हें पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार की तैयारियों पर गहनता से चर्चा की।
‘सौर और पवन ऊर्जा से मिलती है 2,000 फोटोग्राफी बिजली’
मीटिंग में डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को बताया कि दिल्ली में अबतक की सबसे ज्यादा बिजली की मांग 2022 में जून के महीने में 7695 रही। वर्तमान में, डिस्कॉम के पास 8471 छवि के कुल लाइटर टाईट-अप हैं, तस्वीर से 33 प्रतिशत लाइटर यानी लगभग 2826 छवि बिजली, ऊर्जा के रूप में संभवता से मिलती है। इसमें मुख्य रूप से सौर और पवन ऊर्जा शामिल होती है जिससे दिल्ली को लगभग 2,000 फोटोग्राफी बिजली प्राप्त होती है।
‘रूफटॉप पर सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहन’
हाल ही में चार्जर सरकार बनाए गए सोलर पॉलिसी 2022 के विषय में डिप्टी सीएम सिसोदिया ने अधिकारियों को बताया कि इस पॉलिसी के तहत दिल्ली में लोगों को रूफटॉप पर सोलर पैनल लगाने के लिए बढ़ावा दिया जाएगा। इसके साथ ही लोगों के लिए इसके लिए प्रति इकाई 2 से 3 रुपये का उत्पादन प्रोत्साहन (जीआईबीएन) भी दिया जाएगा।
कमर्शियल सेक्टर के लिए गबी 1 रुपये पार्टी यूनिट होगा। इसके साथ ही इसके लिए प्रति उपभोक्ता प्रति संदेश 2,000 रुपये की सब्सिडी भी दी जाएगी जो अधिकतम 10,000 रुपये होगी। इसके अतिरिक्त 500 वर्ग मीटर और उससे अधिक के रूफटॉप क्षेत्र की सभी सरकारी प्राथमिकताओं को सोलराइज किया जाएगा। इन सबसे पहले के माध्यम से दिल्ली में अगले 3 वर्षों में 500 अतिरिक्त छत वाले सौर पदार्थ बन सकते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि डिस्कॉम 3000 पोर्टफोलियो अतिरिक्त ऊर्जा ऊर्जा के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ चर्चा कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) के 1000 दोहरा सौर और 111 क्रिया ऊर्जा ऊर्जा संयंत्र के शुरू होने के बाद दिल्ली को 1100 एक्सपोजरीय ऊर्जा और मिल दावे। साथ ही लगभग 2100 छायांकन विद्युत उत्पादन के कुछ प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, जो जल्द ही आपको पता चल जाएगा।
‘दिल्ली के लोगों को 24 घंटे बिजली मिलती है’
इस स्ट्रैटेजी पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि इन सभी पहलों के माध्यम से अगले 3 वर्षों में दिल्ली में 6000 बिजली उत्पादन कर रहे हैं जो पूरी तरह से ऊर्जा के स्वामित्व वाली स्वीकृति से उत्पादित होंगे और दिल्ली की ऊर्जा की मांग को पूरा करने, 24 घंटे बिजली देखने के साथ-साथ प्रदूषण को कम करने की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों को 24 घंटे बिजली दी जाती है, हर दिन देश में सबसे कम है। सरकार अपना स्पष्टीकरण को पूरा करते हुए दिल्ली की एक बड़ी आबादी को मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाती है। दिल्ली के लोगों को भविष्य में भी बिजली आसानी से मिलती है और हम बिजली की वृद्धि की मांग को पूर्ण कर सकते हैं, इसके लिए सरकार दिल्ली को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भरता बनाने का काम कर रही है।
अक्षय ऊर्जा प्रदूषण कम
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली में कुल ऊर्जा की खपत के 33 प्रतिशत शेयरीय ऊर्जा होती है। अगले 3 वर्षों में सरकार की विभिन्न पहलों के माध्यम से दिल्ली में 6000 एक्सपोजरीय ऊर्जा का उत्पादन हो सकेगा। इस प्रकार अगले 3 वर्षों में हमारा लक्ष्य दिल्ली की ऊर्जा की मांग के बड़े हिस्से को ईथरनेट ऊर्जा पर स्विच कर देता है ताकि थर्मल पावर प्लांट से हमारी कम हो सके और हम दिल्ली के लिए पूरी तरह से स्वच्छ अक्ष ऊर्जा का उत्पादन कर सकें। ये मिश्रण को कम करने की दिशा में भी बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगे।
इस दौरान मनीष सिसोदिया ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि दिल्ली सरकार के सभी कार्य जैसे सरकारी प्राधिकरण, स्कूल आदि की छत पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के काम में तेजी से लगे ताकि 3 साल के भीतर सरकार अपनी परियोजनाओं को प्राप्त कर सके। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को सोलर एनर्जी प्लांट लगाने के अन्य शहरों के क्षेत्रों को भी घूमने की बात कही जिसमें उन्होंने झीलों में नौकायन सोलर प्लांट लगाने के सबसे पहले शुरू करने के निर्देश दिए
ये भी पढ़ें: दिल्ली: बीजेपी ने लगाया जासूसी का आरोप तो मनीष सिसोदिया बोले- ‘आप भी मोदी के बराबर हो गए यार’






















