इमरान खान पाकिस्तान समाचार: आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) ने पाकिस्तान (पाकिस्तान) के पूर्व प्रधान मंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान (इमरान खान) की हत्या के षड्यंत्र के निर्णायक खंडन किया है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की ओर से कहा गया है कि पाकिस्तान के दक्षिण वजीरिस्तान में इमरान खान की कोई भी व्याक्ति पाकिस्तान की योजना बनाने में शामिल नहीं था।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के फिक्सिंग से पाकिस्तानी न्यूजपेपर डॉन ने यह खबर छापी। खबरों के मुताबिक तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने अपने बयानों में कहा है कि हमारा युद्ध सुरक्षा बलों और खुफिया दस्तावेजों के खिलाफ न कि किसी राजनीतिक व्यक्ति के खिलाफ था। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने आगे कहा कि हमारी लड़ाई सुरक्षा बलों और खुफिया बलों के खिलाफ है, न कि किसी राजनीतिक व्यक्ति के खिलाफ।
तहरीक-ए-तालिबान ने कहा- हम साजिश में शामिल नहीं
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने कहा, “हमें जानकारी मिली है कि पार्टी के प्रांतीय प्रवक्ताओं के साथ एक बैठक में पाकिस्तान टेलरिक-ए-इंसाफ के प्रमुख (इमरान खान) ने दावा किया कि टीटीपी द्वारा हत्या के प्रयास की योजना बनाई जा रही है थी और दक्षिण वजीरिस्तान के लोगों को इस योजना को अंजाम देने का काम दिया गया है।” तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने कहा कि यह दावा पूरी तरह गलत है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के बयानों में कहा गया है कि 10 दिन पहले पार्टी के कुछ सदस्यों द्वारा इसी तरह का निराधार दावा किया गया था।
3 नवंबर को इमरान खान पर जानलेवा हमला हुआ था
बता दें कि पिछले 3 नवंबर को इमरान खान पर वजीराबाद में तब हमला किया गया था, जब वह पीएमएल-एन के खिलाफ “आजादी मार्च” का नेतृत्व कर रहे थे और मध्यावधि चुनाव की मांग कर रहे थे। उस मामले में कानून प्रवर्तन ने संदिग्ध नवीद मेहर को हमलों की जगह गिरफ्तार कर लिया था। नवीद मेहर ने इमरान खान पर गोलियों की बात कुबूली भी की थी।
तब इमरान खान की ओर से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पर चढ़ गए। इमरान खान ने पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी पर आतंकवादी संगठन को अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया।
इमरान खान पर जरदारी पर यह आरोप लगाया गया था
इमरान खान उसने एक वीडियो के माध्यम से लाहौर में अपने जामन पार्क निवास से एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस को कथित साजिश ‘प्लान-सी’ करार दिया था, जिसके लिए उसने आसिफ अली जरदारी पर हत्या के प्रयास को अंजाम देने के लिए एक आतंकवादी संगठन को पैसे देने का दावा किया था आरोप लगाया था। वो आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को ही बताया गया।
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