इंडिगो फ्लाइट इमरजेंसी डोर ओपन: गुरुवार (9 फरवरी) को पहली बार केंद्र सरकार ने संसद में माना कि बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या (तेजस्वी सूर्या) ने ही इंडिगो की फ्लाइट का इमरजेंसी दरवाजा खोल दिया था।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य वीके सिंह ने संसद में कहा, ”इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड की रिपोर्ट के अनुसार इंडिगो फ्लाइट का आपातकालीन दरवाजा खोलने वाले का नाम राइजिंग सूर्या है। उल्लघंन नहीं किया है। दरअसल केंद्र सरकार से पूछताछ की गई थी कि इंडिगो विमान के आपातकालीन दरवाजे को खोलने वाले का क्या नाम निकला?
कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने सूर्या के खिलाफ किसी कारनवाई की क्या शिकायत की, के सवाल पर वीके सिंह ने कहा कि सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट (सीएआर) के अनुसार यह रिपोर्ट करने योग्य घटना नहीं थी। उन्होंने आगे बताया कि इसे लेकर एयरलाइन ने भी जांच की है। इसमें सामने आया कि इंडिगो की फ्लाइट ने सभी चीजों को चेक कर फ्लाइट भरी।
‘खुद मजा मजाक’
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 18 जनवरी को पूरे मामले में कहा था कि तेज सूर्या ने खुद के लिए इमरजेंसी दरवाजे खोलने की बात इंडिगो को बताई थी। इसके लिए सूर्या ने खुद जोक भी जताया।
मामला क्या है?
विमानन कंपनी इंडिगो (इंडिगो) मामले में कहा गया था कि एक यात्री ने 10 दिसंबर 2023 को चेन्नई (चेन्नई) में फ्लाइट पर सवार होने के बाद उसका दरवाजा गलती से खोल दिया था। इसके बाद सामने आया कि यह कर्मचारी फर्जी सूर्या हैं। इट लेकर उन पर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने धमकते हुए कहा था कि क्या सूर्या जोक मांगेंगे।
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