अडानी समूह ने बैंकिंग मीटिंग किराए पर ली: अदानी ग्रुप (Adani Group) से जुड़ी बड़ी खबरें सामने आ रही हैं। अदानी समूह अपने समझौते के विश्वास को जीता है और उसे बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करता है। अडानी समूह की ओर से कुछ इसी तरह की बातचीत के लिए नियुक्त किया गया है। इससे किसी के दिमाग में उठ रहे सवालों के जवाब उन्हें आसानी से मिल जाएंगे। अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) और अडानी स्थानांतरण (Adani Transmission) की ओर से बैंक अगले सप्ताह निश्चित आय वाले को चर्चा के लिए मीटिंग का आयोजन कर रहे हैं। जानिए इस मीटिंग के पीछे क्या है वजह..
2 दिन चर्चा हो सकती है
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इन उद्धरणों ने 16 फरवरी और 21 फरवरी को चर्चा करने के लिए कहा है। इसमें बार्कलेज (बार्कलेज), बीएनपी परिबास (बीएनपी परिबास), डीबीएस बैंक (डीबीएस बैंक), डच बैंक (डॉयचे बैंक), एमिरेट्स एनबीडी कैपिटल (अमीरात एनबीडी कैपिटल), आईएनजी ग्रोप एनवी (आईएनजी ग्रोप एनवी), एमयूएफजी (एमयूएफजी), मिजुहो (मिजुहो), SMBC Nickco (SMBC Nikko) और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक (Standard Chartered Bank) शामिल हैं, जो इस बैठक का आयोजन कर रहे हैं। हालांकि यह साफ नहीं है कि इस बैठक में क्या चर्चा होगी.
विश्वास जीतने की कोशिश
अडानी ग्रुप की संस्था ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी है कि, कंपनी के पास निकट भविष्य में कोई बड़ा कर्ज नहीं है। साथ ही कंपनी को किसी भी तरह के ऋण की आवश्यकता नहीं है। गौतम अडानी (Gautam Adani) चिपचिपा का विश्वास वापस जीतने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए Group कई तरह का प्रयास कर रहा है।
स्टॉक में गिरावट
अमेरिका का एक शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (हिंडनबर्ग रिसर्च) कंपनी की रिपोर्ट आने के बाद से ही अदानी ग्रुप के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली है। देश के बड़े नामी व्यवसायी गौतम अडानी के साम्राज्य में 120 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है। अदानी की प्रमुख फर्मों, अदानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड को काफी नुकसान हुआ है। अदानी इंटरप्राइजेज को 31 दिसंबर को खत्म तिमाही में 820 मिलियन रुपये का स्पष्ट खुलासा हुआ है। जबकि पिछले साल इसी अवधि में 1163 लाख रुपये का नुकसान हुआ था।
ये भी पढ़ें- भारत का निर्यात: एक्सपोर्ट कारोबार से आ रही बुरी खबर, जनवरी में 6.58 प्रतिशत घटक 32.91 अरब डॉलर पहुंचें