पाकिस्तान आर्थिक संकट: पाकिस्तान में आर्थिक संकट काफी गहरा गया है। देश में विदेशी मुद्रा विक्रेताओं की भारी कमी है। झंझट इतना अधिक बढ़ गया है कि लोगों के लिए दो जून की रोटी जुटाना भी मुश्किल है। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने आर्थिक बदहाली (Economic Crisis) को लेकर शाहबाज शरीफ सरकार (Shahbaz Sharif government) पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हालत कैंसर का इलाज डिस्प्रिन से करने जैसे हैं।
पाकिस्तान (पाकिस्तान) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि कर्ज के कारण (मुद्रास्फीति) और तय, जिससे आर्थिक बदहाली अधिक गहरी आशंका है।
‘डिस्प्रिन के साथ कैंसर का इलाज’
पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) सौदे को “डिस्प्रिन के साथ कैंसर का इलाज” करार दिया है।
उन्होंने कहा कि फॉर्मूलेशन डील केवल अस्थायी राहत प्रदान करता है। यह अंततः देश को एक बड़ी आपदा की ओर ले जाएगा क्योंकि कर्ज का बोझ बढ़ता रहेगा। इमरान खान ने बुधवार (15 फरवरी) को अपने सागर पार्क स्थित आवास से टेलीविजन पर एक सदस्य में ये टिप्पणी की।
शाहबाज सरकार की आलोचना
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष ने देश की सरकार की आर्थिक आलोचना करते हुए कहा, “सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र से इमरान खान को बाहर करने के लिए देश को बर्बाद न करें। पाकिस्तान अब श्रीलंका की और अराजकता में डूब रहा है।” फिच रेटिंग एजेंसी की ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी कि स्थिति और बिगड़ जाएगी।
लघु बजट से और प्रविष्टियां-इमरान
रिपोर्ट के अनुसार, फिच रेटिंग एजेंसी ने पाकिस्तान के एलियंस जारीकर्ता डिफ़ॉल्ट रेटिंग को ‘सीसीसी-‘ में डाउनग्रेड कर दिया है, जिसका अर्थ है कि देश की आर्थिक स्थिति पहले ही श्रीलंका के स्तर पर पहुंच गई है। उन्होंने यह भी कहा कि लघु बजट की चमक और लहरें और वेतनभोगी वर्ग और गृहणियों को इसका असर महसूस होगा क्योंकि शक्ति में गिरावट देखी जाएगी।