उर्वरक मूल्य में कमी: भारत की सबसे बड़ी निर्माता कंपनी इफको या इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए अपने कई फर्टिलाइजर्स के दाम में कट करने का फैसला किया है। कंपनी अपने उत्पादों की कीमतों में 14 प्रतिशत की कमी कर रही है। हिंदुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के अधिकारियों ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि यह फैसला दुनिया भर में खाने की कमी और खेती के लिए फर्टिलाइजर के आगे बढ़ने को देखते हुए लिया गया है।
गरीब किसानों को मिलेगा फायदा
इफको के अधिकारी का कहना है कि इस फैसले से गरीब किसानों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। इससे उनकी खेती की लागत कम होगी। शनिवारों को बनाने के लिए अब नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे मानकों की लागत कम हो रही है, जिसका लाभ अब किसानों को मिलेगा। इससे देश में कृषि का उत्पादन बढ़ेगा और दुनिया भर में भोजन संबंधी परेशानियां दूर होंगी।
सरकार किसानों को प्रमाणपत्रों के यूज के लिए सब्सिडी देती है
देश में खाद्य सुरक्षा को लागू करने के लिए सरकार किसानों को फर्टिलाइजर के उपयोग पर सब्सिडी देती है। कई समझौते बनाने वाली सरकार को सरकार 80 प्रतिशत की सब्सिडी का लाभ देती है जिससे उसका लाभ किसानों को मिलता है। इफको के अधिकारी ने बताया कि एक महत्वपूर्ण सर्टिफिकेट एनपीकेएस की कीमत प्रति बैग 200 रुपये से लेकर 1200 रुपये तक कम हो गया है। इससे किसानों को खरीफ सीजन की खेती की लागत में कमी का लाभ मिलेगा।
सिंडिकेशन पर वित्त मंत्री बजट 2023 में अभिरुचि
बजट 2023 में निर्मल सितारमन ने सितार पर दी जाने वाली सब्सिडी में बड़े चयन का फैसला किया है। इस बार सरकार ने कुल 1.75 लाख करोड़ रुपये का बंदोबस्त सब्सिडी (उर्वरक सब्सिडी) के लिए किया है जो चालू वित्त वर्ष से 22 प्रतिशत तक कम है। चालू वित्त वर्ष में सरकार ने रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक खाद्य संकट को देखते हुए इलेक्ट्रोलाइट्स और पोटाशों पर सब्सिडी बढ़ाने का फैसला किया था। इससे किसानों को कनेक्शन मिलते हैं.
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