बीजेपी पर शरद पवार: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों दलित-पुथल मची हुई है। बीजेपी के नाम और चुनाव चिह्न को लेकर मचा घमासान अभी थम्ने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान सामने आए हैं और वे इस बार पीएम हैं नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि एक विचारधारा और पार्टी देश में भाईचारे को खत्म कर रही है।
उन्होंने कहा, “अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे तब देश की संस्था पर इस तरह का हमला नहीं हुआ था। नरेंद्र मोदी की हुकुमत में देश की संस्थाओं पर हमला हुआ। आज की हुकूमत दूसरे राजनीतिक दल को काम नहीं करना चाहती है। चुनाव आयोग इसका इस्तेमाल कर रहा है। ये राजनीतिक दल पर हमला करता है। चुनाव आयोग ने ऐसा कभी फैसला नहीं दिया था। पहली बार इस तरह चुनाव आयोग का फैसला देखा।”
कांग्रेस और एनसीपी की सलाह
इसके अलावा, शरद पवार ने कांग्रेस और एनसीपी के बीच हुई लड़ाई को भी याद किया और कहा, “शिवसेना को बालासाहेब ठाकरे ने बनाया था और उनके चुनाव आयोग ने किसी और को दे दिया था। कांग्रेस के साथ मेरी भी लड़ाई हुई थी। पार्टी और चुनाव चिह्म को लेकर लेकिन उस समय चुनाव आयोग का फैसला सही था।” उन्होंने आगे बताया कि बालासाहेब ठाकरे ने अपने आखिरी दिनों में कहा था कि बाद में उनके बीजेपी की जिम्मेदारी ठाकरे को दी जाएगी।
चुनाव आयोग ने कुछ दिन पहले एक फैसला दिया था। यह एक उदाहरण है कि कैसे एक संस्था का दुरुपयोग किया जा सकता है। हमने चुनाव आयोग का ऐसा फैसला कभी नहीं देखा। बालासाहेब ठाकरे ने अपने आखिरी दिनों में कहा था कि उनके बाद उद्धव ठाकरे को शिवसेना की जिम्मेदारी दी जाएगी: राकांपा प्रमुख pic.twitter.com/zFr4ynLKEx
– एएनआई (@ANI) फरवरी 22, 2023
सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ?
उदर, पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे ठाकरे की याचिका पर बुधवार (22 फरवरी) को सुनवाई हुई। कोर्ट ने एकनाथ शिंदे गुटका को एक नोटिस जारी किया गया है और दो सप्ताह में जवाब देने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग के फैसले पर रोक तो नहीं लगाई है। कोर्ट ने कहा है कि ब्रॉडबैंड ग्रुप मिले अस्थाई नाम और चुनाव चिह्म का उपयोग अभी कर सकते हैं। अब इस मामले की अगली सुनवाई 3 हफ्ते बाद होगी।