नागरिक उड्डयन में स्वयं उड़ने वाले विमान: वैश्विक वैज्ञानिक लगातार नए-नए आविष्कार करने में लगे हैं। एविएशन के क्षेत्र में भी प्रयोग हो रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार जल्द ही सिविल एविएशन के क्षेत्र में बिना पायलट के विमान उड़ान भरेंगे। सेल्फ फ्लाइंग प्लेन (सेल्फ फ्लाइंग प्लेन) के आगमन के बाद एविएशन (एविएशन) की दुनिया में बड़ा बदलाव देख सकता है। एविएशन सेक्टर में ये प्लेन वर साबित हो सकता है।
अमेरिका समेत दुनिया के कुछ देशों में बिना पायलट के विमान उड़ाए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक इस तरह की कोई कमर्शियल फ्लाइट नहीं है।
बिना पायलट के उड़ान भरेंगे हवाई जहाज
बोइंग के सीईओ डेव काल्होन ने जनवरी के महीने में एविएशन की दुनिया को लेकर एक रहस्य उजागर किया था। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि सिविल एविएशन की दुनिया में बिना पायलट के विमान का भविष्य है। इसमें समय लगने वाला है। सभी को विश्वास करने की आवश्यकता है। हमें एक प्रमाणित प्रक्रिया की आवश्यकता है, जिस पर हम सभी का भरोसा है। “
सिविल एविएशन में सेल्फ-फ्लैगिंग प्लेन
अमेरिकी सेना बेशक दशकों से बिना पायलट के विमान से उड़ान भर रही है, लेकिन ये हमेशा एक अलग हवाई क्षेत्र में उड़ान भरते हैं। दुनिया में बिना पायलट के अभी कोई भी कमर्शियल विमान नहीं उड़ाया जाता है। हालांकि अब ऐसे कई के भविष्य में आने की उम्मीद बढ़ी है। विमान निर्माता इस दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं। एयरलाइंस भी इसके लिए उत्सुक हैं। एक बार टेक्नोलॉजी सर्टिफिकेशन हो जाने के बाद, Xwing की 2025 के अंत तक ऐसे विमान पेश करने और संचालित करने की योजना है और फिर इसे अन्य अधिकारों के लिए उपलब्ध दस्तावेजों के रूप में देखा जा सकता है।
सेल्फ-फ्लैगिंग प्लेन का भविष्य
फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) इसकी तैयारी कर रहा है। वहीं, पायलट यूनियन ने स्वीकार किया है कि उनकी रोजी रोटी को लेकर समस्या है। उड्डयन उद्योग में कई लोगों का मानना है कि इस दशक के अंत तक छोटे सेल्फ फ्लाइंग विमान यात्रियों को ले जा सकते हैं। विमान में पायलट के लिए कॉकपिट नहीं होगा। बड़े यात्री जेट को उड़ान डेक पर पायलट के बिना संचालित करने में एक दशक से भी कम समय लग सकता है।
हवाई उद्योग को क्या फायदा होगा?
स्विस बैंक यूबीएस की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया था कि बिना पायलट वाले विमान हवाई परिवहन उद्योग को प्रति वर्ष 35 बिलियन डॉलर से अधिक की बचत हो सकती है। फिर भी, उसी रिपोर्ट ने एक सार्वजनिक धारणा का भी उल्लेख किया। 2017 के एक वैश्विक सर्वेक्षण में पाया गया है कि अधिकांश लोग बिना पायलट के विमान में उड़ान भरते नहीं हैं, भले ही हवाई जहाज किराए पर लिया हो। इप्सोस के एक सार्वजनिक सर्वेक्षण में पाया गया कि 81% अमेरिकी सेल्फ फ्लाइंग विमान पर यात्रा करने में सहज नहीं होंगे।
सेल्फ फ्लाइंग प्लेन को लेकर चुनौती
निकट भविष्य में स्वयं के लिए उड़ने वाली सबसे बड़ी चुनौती जनता उन्हें स्वीकार कर सकती है। Xwing के लॉरेंस को आशा है कि जनता की धारणा समय के साथ विकसित होगा। वे कहते हैं कि जैसी-जैसी तकनीक सामने आएगी, लोग इसे बेहतर समझेंगे और इस पर अधिक गारंटी देंगे। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी इस हवाई सेवा को प्राप्त कर सकेंगे।
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