आतंकवाद पर देश की रिपोर्ट: आतंकवाद फैलाने में पाकिस्तान का नाम जरूर आता है। यह वो मुल्क है, जहां लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, तहरीक ए पाकिस्तानी पाकिस्तन जैसे खूंखार आतंकवादी संगठन के मुखिया हैं और अलग-अलग कानूनी दांवपेच लगाते हैं। पाकिस्तान में असुरक्षा की मौजूदगी के बारे में अमेरिका ने एक अहम रिपोर्ट जारी की है।
इस रिपोर्ट को अमेरिका के ब्यूरो ऑफ काउंटर टेररिज्म की ओर से ‘कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म 2021’ के नाम से जारी किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाएगा। वहीं, भारत सरकार ने आतंकी संगठनों का ऑपरेशन ठप किया, उन्हें खत्म करने को लेकर कई अहम कदम उठाए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने अपनी धरती पर चल रहे हक्कानी नेटवर्क, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे आतंकवादी संगठन के खात्मे के लिए पर्याप्त कार्रवाई की नहीं।
पाकिस्तान में धमकी को शरण
‘आतंकवाद 2021 पर कंट्री रिपोर्ट्स’ के मुताबिक, पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर पर मुकदमा तो चलाया, लेकिन संस्था की गतिविधियों पर लगाम नहीं लगाई। इस संगठन के लड़ाकों ने अपना मनसूबे बनाना जारी रखा। अमेरिकी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कई संबद्ध संगठन लगातार पाकिस्तान में लोगों को निशाना बना रहे हैं। पिछले ही महीने पाकिस्तान के पेशावर में एक आत्मघाती हमलावर ने मस्जिद के अंदर ही खुद को विस्फोट कर लिया, जिससे 100 से ज्यादा नमाजियों की मौत हो गई, वहीं सैंकड़ों अन्य जाखमी हो गए।
अमेरिकी रिपोर्ट में अब पाकिस्तान को जमकर कोसा गया है। रिपोर्ट में ठोस कदम उठाने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में आतंकवाद ने केंद्र प्रदेश जम्मू और कश्मीर, पूर्व राज्यों और मध्य भारत के कुछ हिस्सों को प्रभावित किया। अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और बांग्लादेश में हमले की साजिश रचते हैं लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, ISIS, अल-कायदा, जमात-उल-मुजाहिदीन और जमात-उल मुजाहिदीन जैसे संगठन रचते हैं . इनमें से ज्यादातर आतंकी संगठन की जड़ पाकिस्तान में हैं।
जिम्मेवारी वाली रणनीति
अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2021 में निगरानी की रणनीति में बदलाव देखने को मिला। निगाहें नागरिकों पर हमला और आईडी के उपयोग पर निगरानी रखती हैं, जिसमें वायु सेना के नियंत्रण पर ड्रोन के माध्यम से एक विस्फोट हमला करना भी शामिल है। अमेरिका ब्यूरो ऑफ काउंटर टेररिज्म के मुताबिक, अमेरिका और भारत ने अक्टूबर 2021 में काउंटर टेररिज्म ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप की 18वीं मीटिंग की थी।
भारत देता है तत्काल उत्तर
अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत आतंकवाद की जांच से संबंधित जानकारी पर अमेरिका के अनुरोध का तुरंत जवाब देता है, ताकि खतरे को कम किया जा सके। मगर, पाकिस्तान ऐसा नहीं करता।
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