ईडी की हिरासत में भेजे गए तृणमूल नेता दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार (8 मार्च) को पश्चिम बंगाल पशु दलाली मामले से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस (TMC) के नेता अनुब्रत मंडल को 10 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया।
मंगलवार की रात को अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से एक याचिका पर आदेश पारित किया। सुनवाई के दौरान ईडी ने कोर्ट के सामने 14 दिन की सुनवाई की मांग की और कहा कि दशकों से पूछताछ करना बहुत जरूरी है।
डॉक्टरों ने दिल्ली ले जाने के लिए फिट पाया
विशेष न्यायाधीश राकेश कुमार ने दलील सुनने के बाद एजेंसी को निर्देश दिया कि दिसंबर को 10 मार्च को नियमित रूप से अदालत में पेश किया जाए। स्थानीय अदालत में इस मामले का प्रतिनिधित्व विशेष लोक अभियोजक नीतेश राणा कर रहे थे। पश्चिम बंगाल के जोका-ईएसआई अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें नई दिल्ली जाने के लिए फिट पाया, जिसके बाद ईडी ने मंगलवार को देर रात तक कांग्रेस (टायसी) नेता अनुब्रत मंडल को हिरासत में ले लिया।
अब दिल्ली में अनुब्रत मंडल से होगी पूछताछ
ईडी अधिकारी अनुब्रत मंडल को सेंट्रल फोर्सेस की कड़ी सुरक्षा में सीधे शहर के टर्मिनल पर लेकर आए। यहां से अनुब्रत को दिल्ली लेकर आया जाएगा। ईडी की टीम लेकर उससे फर्जी जालसाजी का मामला दर्ज करने वाले हैं। ईडी अधिकारी जब कई चिकित्सा जांच के बाद टीएमसी की बीरभूम यूनिट के अध्यक्ष को बाहर लेकर आए, तो जोका में ईआईएस अस्पताल के बाहर खड़े आम लोगों ने चेक के नारे लगाए।
अनुब्रत के साथ डॉक्टरों की एक टीम रहेगी
इससे पहले कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शनिवार को निर्देश दिया था कि कोलकाता में केंद्र सरकार के अस्पताल के सामान्य डॉक्टर, कार्ड मैसेज और सामान्य सर्जरी विभाग में सख्त डॉक्टर मंडल की जांच करें। कोर्ट ने मंडल की उस याचिका को भी खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने एक विशेष सीबीआई अदालत के पेशी वारंट को चुनौती दी थी। सूत्रों के अनुसार, इसी कारण से अब अनुब्रत मंडल के साथ ईडी के चार अधिकारी और एक डॉक्टर भी जाएंगे।
भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तारी हुई थी
टीएमसी के बीरभूम जिला अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सहयोगी अनुब्रत मंडल को इससे पहले सीबीआई ने संबंधित भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया था।
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