यूएसए इंटेल रिपोर्ट पर पाकिस्तान: आतंक को लेकर अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट ने पाकिस्तान की पोल खोली है। संसद में पेश किए गए राष्ट्रीय खुफिया विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत विरोधी उग्रवादी समूह और आतंकवादी संगठन का समर्थन करने का पाकिस्तान का लंबा इतिहास रहा है। इसमें आगे कहा गया है कि पाकिस्तान की ओर से कथित या वास्तविक उत्तोलक अब भारत के प्रधान मंत्री का जवाब है नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहले से कहीं अधिक सैन्य बल के माध्यम से जाने की आशंका है।
अमेरिका की इस रिपोर्ट पर बौखलाए पाकिस्तान ने उल्टा भारत पर ही आरोप मढ़ दिए। दावेदारों का दावा करने वाला पाकिस्तान दावा करता है कि हिंदुस्तान पाकिस्तान में हुए कई दावों में शामिल है।
पाकिस्तान ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार (9 मार्च) को कहा, ”कुछ महीने पहले हमने पाकिस्तान में भारत की आतंकवादी घटनाओं में शामिल होने की पुष्टि करने वाले दस्तावेज पेश किए थे। यही नहीं भारतीय नौसेना का एक सेवारत नौसेना अधिकारी वर्तमान में पाकिस्तान के भीतर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में पाकिस्तान की हिरासत में है।”
मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि पाकिस्तान आतंकवाद का शिकार हो सकता है और पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद फैलाने के लिए भारत जिम्मेदार है।
अमेरिका को क्या है डर?
अमेरिकी खुफिया तंत्र ने बुधवार (8 मार्च) को सांसद से कहा कि उन्हें भारत-पाकिस्तान और भारत-चीन के बीच तनाव बढ़ने और उनके बीच संघर्ष होने की आशंका है। यह रिपोर्ट अमेरिकी खुफिया तंत्र के वार्षिक खतरों का पता लगाती है, जिसे राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय ने अमेरिकी कांग्रेस के सामने पेश किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव विशेष रूप से चिंता का विषय है, हालांकि दोनों देशों में अस्थिरता: 2021 की शुरुआत में नियंत्रण रेखा पर दोनों के फिर से युद्ध पर राजी होने के बाद से अपने संबंध को मजबूत करने के लिए हैं।
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