सिलिकॉन वैली बैंक संकट: अमेरिका में एक और बड़ा बैंकिंग संकट देखने को मिल रहा है। अमेरिकी नियामक ने प्रमुख खतरों से एक सिलिकॉन वैली बैंक को बंद करने का आदेश दिया है। सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कैलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल प्रोटेक्शन एंड इनोवेशन की ओर से इस बैंक को बंद करने का ऑर्डर दिया गया है।
इसके साथ ही फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन को बैंक का रिसिवर बनाया गया है। इसे ग्राहक के रूप में सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी भी दी गई है। इसी को देखते हुए फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ने एक टीम का गठन भी किया है। शोक भारत में जैसी ही ये खबर सामने आई, भारतीय जुड़ाव और सास के संस्थापकों की चिंता बढ़ गई है।
बैंक के पास 209 अरब डॉलर की संपत्ति
सिलिकॉन वैली अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक है। 2008 के वित्तीय संकट के बाद कोई इतना बड़ा बैंक बंद हो गया और इसने तकनीकी उद्योग को झटका दिया। बैंक के पास 209 अरब डॉलर की संपत्ति और 175.4 बिलियन डॉलर की जमा राशि थी। ये बैंक नए जमाने की टेक प्राधिकरण और वेंचर कैपिटल में निवेश कंपनियों को वित्तीय समर्थन देता है। यह स्पष्ट नहीं था कि इस समय एसवीबी की राशि 250,000 डॉलर की सीमा से कितनी अधिक थी
फेड रिजर्व बैंक के व्याज का प्रभाव
पिछले 18 महीनों में फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में इक्विटी को कम कर दिया है। साथ ही आपस में जुड़े रहने के लिए जोखिम जुड़ा हुआ है। सिलिकॉन वैली तकनीकी उद्योग के संपर्क में था, जिसके कारण इसके बैंकों पर बूरा प्रभाव पड़ा। उद्द्र के बाकी के पैसों से बचने के लिए पर्याप्त पूंजी है।
स्टॉक में आई बड़ी गिरावट
सिलिकॉन वैली बैंक की मूल कंपनी एसवीबी वित्तीय समूह के शेयरों में व्यापार बंद होने से पहले लगभग 70 प्रतिशत की गिरावट आई
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