बिलावल भुट्टो जरदारी कॉल इंडिया फ्रेंड: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (बिलावल भुट्टो जरदारी) ने भारत का उल्लेख करते हुए दोस्त शब्द पर मौन साध ली। बाद में वह हमारे पड़ोसी शब्द का उल्लेख करने लगे। संयुक्त राष्ट्र (United Nation) में शुक्रवार (10 मार्च) को कश्मीर के मुद्दों को लेकर बात कर रहे थे.
पाकिस्तान की कोशिशों को रोकने में भारत की दोस्ती की सफलता को संवाददाता सम्मेलन में स्वीकार करते हुए बिलावल ने भारत को दोस्त के रूप में संदेश देते हुए बात कहनी शुरू की।
भारत के लिए अभद्र बात नहीं बोली
बिलावल ने कहा कि जब भी कश्मीर का मामाल उठाया जाता है, तो हमारे दोस्त, हमारे पड़ोसी देश के पटाखों से आपत्ति जताते हैं। इस दौरान वो स्पष्ट तौर पर केवल भारत का उल्लेख कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में एजेंडों के केंद्र में कश्मीर को शामिल करने की कोशिश करने के लिए विशेष रूप से हमारा सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, इस बार बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत या उनके नेताओं के खिलाफ कुछ अभद्र नहीं कहा।
पाकिस्तान को कश्मीर के मुद्दों पर मुंह की ही खानी पड़ी
अटैचमेंट है कि पिछले कई सालों से भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध बेहद खराब हो गए हैं। दोनों देश एक-दूसरे से दूर रहते हुए चल रहे हैं। इन सब के पीछे कई तरह के कारण शामिल हैं, जिनमें से 14 फरवरी 2019 को हुआ फायरिंग टेरर अटैक। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने हमले का जवाब देते हुए 26 फरवरी 2019 को बालकोट एयर स्ट्राइक किया था।
उसी साल 2019 में भारत ने इतिहास का सबसे बड़ा फैसला लेते हुए कश्मीर से अकाउंट्स 370 को खत्म कर दिया, जिसके बाद पाकिस्तान तिलमिला उठा लिया। इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान ने UN से लेकर अरब देशों के नेताओं तक की बात की, लेकिन हर बार पाकिस्तान को कश्मीर के मुद्दों पर मुंह की ही खानी पड़ी।






















