नित्यानंद कैलाश और चीन: भारतीय भगोड़े नित्यानंद (नित्यानंद) के तथाकथित देश ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलसा (USK)’ की खबरें आपने भी पढ़ी होंगी। नित्यानंद समर्थक ‘कैलासा’ (कैलासा) को दुनिया का एकमात्र हिंदूराष्ट्र बता रहे हैं और उन्होंने खुद को अमेरिका-चीन जैसे कई बड़े देशों के कार्यक्रमों से जोड़ा है। चीन में शी जिनपिंग (Xi Jinping) तीसरी बार राष्ट्रपति बने तो ‘कैलासा’ ने उन्हें बधाई दी।
बता दें कि नित्यानंद के काल्पनिक देश ‘कैलासा’ का ट्विटर पर खुलासे (@SriNithyananda) है, जो कि ब्लू टिक से सत्यापित है। इस ट्विटर हैंडल से नित्यानंद ने चीनी राष्ट्रपति की एक तस्वीर पोस्ट की और उसके साथ लिखा, “हम आपके राष्ट्रपति के रूप में एक सफल कार्यकाल पूरा करने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। हम आपके महान देश, यहां के लोगों और कैलासा के बीच लंबे समय तक समय तक चलने वाले मैत्रीपूर्ण पूर्वाभ्यास की आशा करते हैं।”
नित्यानंद के ट्वीट में चीन के लोगों को परमशिव का आशीर्वाद बना रहने की बात भी लिखी गई। आप खुद देखिए कि नित्यानंद की ओर से चीन के लिए अपनी रहस्यमयी गलती क्या-कुछ लिखा है।
तथाकथित हिंदू धर्मगुरु ने भारत की आलोचना की थी
इंटरनेट पर ‘स्वयंभू धर्मगुरु’ के रूप में जाने वाले भगोड़े नित्यानंद ने पिछले महीने यूएन में अपने कथित देश कैलासा के प्रतिनिधि को भेजा था, जिसमें उनकी महिला प्रतिनिधि ने भारत के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कीं। उनकी कई तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। उसके ओर से ‘कैलासा को यूएन में प्रतिनिधि’ के रूप में पढ़े जा रहे हैं।
2019 में नित्यानंद रातों-रात देश छोड़कर भाग गए थे
बता दें कि नित्यानंद 2019 में भारत छोड़कर भाग गया था। उसके कुछ साल बाद खबरें आईं कि उसने अपना अलग देश बना लिया है। उस तथाकथित देश को उसने ‘यूनिडेट स्टेट्स ऑफ कैलसा’ नाम दिया। उनके इस देश की तस्वीर सामने नहीं आई है, लेकिन ताजजुब की बात यह है कि उन्होंने अपना पासपोर्ट और झंडा जारी किया है। इसके साथ ही ‘रिजर्व बैंक ऑफ कैलसा’ भी शुरू कर ली है. अभी यह सब ऑनलाइन दिखता है।
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