पाकिस्तान अर्थव्यवस्था संकट: आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पाकिस्तान के विदेश में रह रहे कामगारों से आने वाले धन में फंस गई है। पाकिस्तान सेंट्रल बैंक के मुताबिक, विदेश में रह रहे पाकिस्तानियों ने फरवरी में 4.9% ज्यादा पैसा मुल्क भेजा। आर्थिक विशेषज्ञ इसे आशा की एक किरण के रूप में देख रहे हैं, क्योंकि अभी पाकिस्तान के पास पैसे की भारी कमी है।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने कहा कि पाकिस्तन से बाहर रह रहे के प्रेसषण ने फरवरी में पिछले महीने के 1.894 अरब डॉलर की तुलना में 1.987 अरब डॉलर का प्रवाह दर्ज किया। इस रकम से पाकिस्तानी हुकूमत के पास कर (टैक्स) में देय होगा। बता दें कि जिन देशों में पाकिस्तान के काम अधिक हैं, उनमें से अरब प्रायद्वीप पहले नंबर पर है। अरब प्रायद्वीपीय देश सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कतर, बहरीन आदि में पाकिस्तान के लाखों लोग कमा रहे हैं।
पाकिस्तानी बैंक ने बताया- बाहर से कितना पैसा आया
पाकिस्तान के बैंकों के अनुसार, पिछले महीने मुख्य रूप से सऊदी अरब से 454.6 मिलियन डॉलर, संयुक्त अरब अमीरात से 324 मिलियन डॉलर, ब्रिटेन से 317 मिलियन डॉलर और अमेरिका से 219.4 मिलियन डॉलर पाकिस्तान भेजे गए। इनके अलावा कई यूरोपीय और पूर्वी एशिया के देशों में भी पाकिस्तान कामगार बने हुए हैं। विदेश में रह रहे इन कामगारों को भेजा जाने वाला धन पाकिस्तान की उद्योग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अहम होती है विदेश में रह रहे कामगारों की भूमिका
विशेष रूप से, विदेश में रह रहे कामगार किसी भी देश के विदेशी मुद्रा विक्रेता में विशेष योगदान देते हैं। वे विदेश मुद्रा की प्रमुख जागरूकता में हैं। भारत की बात करें तो भारतीय एकीकरण की अमेरिका, यूरोप और मिडिल ईस्ट देशों में खास तादाद है। अकेले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 10 लाख से ज्यादा भारतीय रहते हैं। सऊदी अरब में भी भारत के कामगार काफी हैं, जो हर माह अरब रुपये कमाते हैं देश में दिखते हैं।
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