आईआरसीटीसी भारत नेपाल आस्था यात्रा टूर पैकेज: भारतीय रेलवे अनुबंध और पर्यटन निगम (IRCTC) ने केंद्र की पहल ‘देखो अपना देश’ के तहत 31 मार्च से भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन (भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन) के माध्यम से ‘भारत नेपाल आस्था यात्रा’ (भारत नेपाल आस्था यात्रा) पैकेज टूर चलाया का प्रस्ताव दिया है।
सरकार की ‘देखो अपना देश’ (देखो अपना देश) शुरू में घरेलू पर्यटन सर्किट को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टूर पैकेज 10 दिनों के लिए होगा। यात्रा राम नवमी के अगले दिन शुरू होगी। राम नवमी इस साल 30 मार्च को है। टूर पैकेज के लिए कितने रुपये खर्च करने पड़ेंगे टूर में किन-किन जगहों पर रियलाइजेशन होगा, आइए जानते हैं सबकुछ।
इन स्थानों से गुजरेगी भारत नेपाल आस्था यात्रा
भारत नेपाल आस्था यात्रा में यात्री जिन स्थानों को रमण करते हैं, उनमें से अयोध्या का रामजन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी मंदिर, सरयू घाट और नंदग्राम शामिल हैं। वाराणसी से भी यात्रा गुजरेगी, यहां के यात्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, संकट मोचन मंदिर, गंगा आरती और वाराणसी के घाट देखें. प्रयागराज में त्रिवेणी संगम और हनुमान मंदिर के दर्शन होंगे। वहीं, नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर, दरबार स्क्वायर और स्वयंभूनाथ स्तूप को यात्री देख सकते हैं।
कितना उचित?
टूर पैकेज दो कैटेगरी का होगा। इसमें कंफर्ट और सुपीरियर श्रेणी शामिल है। कंफर्ट श्रेणी में अगर एक व्यक्ति पूरा पैकेज दावा करता है तो उसे 39,850 रुपये खर्च करने होते हैं, वहीं डबल शेयर के लिए टिकट का किराया 34,650 रुपये रखा जाता है। 5 से 11 साल के बच्चे के लिए टिकट की कीमत 31,185 रुपये होगी।
कंफर्ट श्रेणी में वाले पैकेज के लिए सिंगल शेयर का हायर 47,820 रुपये रखा गया है, डबल शेयर के लिए 41,580 रुपये खर्च करने होंगे। वहीं, 5 से 11 साल तक के बच्चे के लिए टिकट की कीमत 37,425 रुपये होगी।
ऐसी टेंट और खाने की व्यवस्था होगी
पूरा टूर 9 रात और 10 दिन का है। ट्रेन में केवल 3एसी क्लास वाले शुरू हो जाएंगे। कुल चिंता की संख्या 600 होगी, जिनमें से 300 मानक हैं और अन्य 300 बेहतर श्रेणी की होंगी। स्टैंडर्ड पैकेज वाले यात्रियों के लिए रात में नॉन-एसी बंटवारे में आयोजन होंगे, वहीं सुपीरियर पैकेज वाले यात्रियों के लिए एसी व्यवस्था की जाएगी। पैकेज में गैर-एसी बसों के माध्यम से दर्शनीय स्थलों की यात्रा शामिल है। यात्रा के दौरान यात्रियों को केवल शाकाहारी भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
COVID-19 टीकाकरण प्रमाणपत्र रखना जरूरी है
आईआरसीटीसी की वेबसाइट के मुताबिक, मंदिरों और स्मारकों के दर्शन के दौरान कोविड-19 के लिए टीकाकरण प्रमाणन जरूरी है। वहीं, यात्रा के दौरान भी सभी यात्रियों को टीकाकरण प्रमाणपत्र की हार्ड कॉपी या अपने फोन में पास होना चाहिए। बता दें कि 7 अप्रैल से भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन के जरिए रामायण यात्रा भी लॉन्च करेगा। इसमें वैकल्पिक रूप से श्रीलंका के स्थान भी शामिल हो जाएंगे। यात्रा पूरे रामायण सर्किट से गुजरेगी।