नीरव मोदी प्रत्यर्पण मामला: भारत के बैंकिंग इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा फ्रॉड का नीरव मोदी पाया-पाई को मोहताज है। उसने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को हजारों करोड़ का चूना लगाया था। फिर कानूनी कार्रवाई के डर से 2018 में वह देश छोड़कर भाग गया था। वह ब्रिटेन में रहने लगा। हालांकि, वहां उसे सत्ता में लाने के लिए गिरफ्तार भी किया गया। वहां अदालत ने उसकी खिलाई कार्रवाई शुरू कर दी, जिसका एवज में उसने मुनीम का स्वीकारा भरा।
अब बताया जा रहा है कि उस भगोड़े बिजनेसमैन नीरव मोदी के पास इतना भी धन नहीं है कि वो 150,247 पाउंड (करीब 1.47 करोड़ रुपये) का जुर्माना भर सकता है। इसके लिए उसे उधार लेना पड़ रहा है। द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, नीरव मोदी (51) एचएमपी वैंड्सवर्थ से आज गुरुवार को वीडियो लिंक के माध्यम से ईस्ट लंदन स्थित बार्किंगसाइड मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश हुआ। जहां उसने इस तथ्य पर बिना वकील के अपना बचाव किया कि उसने अपने प्रत्यर्थी के खिलाफ अपील के लिए £150,247 की लागत का भुगतान नहीं किया था।
हजारों करोड़ का मालिक अब जुर्माना भी नहीं भर रहा है
नीरव मोदी (51) लंदन कोर्ट में यह केस हार गए थे। उन्होंने इस साल 9 जनवरी को आदेश दिया था कि उस (नीरव मोदी) को 28 दिनों के भीतर अपनी प्रत्युत्तर अपील की लागत का भुगतान करना होगा। हालांकि, हैरत की बात यह है कि वो ये जुर्माने का खर्च भी नहीं भर पा रहे हैं। उसका कहना है कि उसके पास तो अपना खर्च चलाने के लिए भी पैसे नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले उसने एक महीने में £10,000 (करीब 9.7 लाख रुपये) का भुगतान करने की पेशकश की थी, लेकिन जुर्माना टीम ने उसे अस्वीकार कर दिया था, जिसके बाद उसे कोर्ट में घसीटा गया था।
कोर्ट को नहीं बताया अपना लंदन वाला पता
पता चला है कि जब लंदन की अदालत में नीरव मोदी से उनका नाम, बर्थ-डेट और स्थायी पता पूछा गया और उन्होंने भारत का पता बताया। कोर्ट ने तब उनके ब्रिटेन का पता पूछा और उन्होंने कहा कि उनके पास कोई पता नहीं है। माना जा रहा है कि नीरव मोदी ने अपना यूके का पता इसलिए नहीं बताया क्योंकि उसे डर था कि भारत एजेंसियां वहां से गिरफ्तार कर सकती हैं या उसे कुछ और खतरा भी हो सकता है।
13000 करोड़ की चपत थी सागर को
अटैचमेंट हो कि नीरव मोदी पर भारत के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को 13000 करोड़ की चपत लगाने के आरोप हैं। उसने यहां से हजारों करोड़ का कर्ज ले लिया था। जब उस पर कार्रवाई की भनक लगी तो वह एक जनवरी 2018 को भारत छोड़कर विदेश चला गया। बाद में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और अन्य दस्तावेजों के खिलाफ 280 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। उसके बाद 5 फरवरी 2018- सीबीआई ने घोटाले की जांच शुरू की।
नीरव मोदी के रास्ते पर केंद्रित सरकार और सहयोगी दलों के बीच एक दूसरे पर निर्भरता। बन्धियों ने नरेंद्र मोदी नीरव मोदी को लेकर नीरव सरकार पर निशाने लेने वाले और यहां तक कि उनकी मदद करने के आरोप भी लगे। राहुल गांधी ने ‘ऑल मोदी चोर क्यों होते हैं’ कंजेशन दिया था।
शतमुर्ग की खाल से बने दिखने वाले जैकेट पहने हुए थे
भारत से विदेश यात्रा के कई महीने बाद नीरव मोदी शुतुरमुर्ग की लुक से चलने वाली जैकेट पहने नजर आए। वह ब्रिटेन में शरण ली थी। मगर, वह वहां भी छिपता-फिरने लगा।
शोक, भारत सरकार देश में उसके खिलाफ कार्रवाई कर रही थी, उद्र लंदन (ब्रिटेन की राजधानी) में भी नीरव मोदी पर भारी जुर्माने लगा दिया गया। भारत सरकार ने कोशिश की कि उसे भारत लाकर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो, इस कोशिश के चलते अप्रैल 2021 में ब्रिटेन के गृहमंत्री ने नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दी। हालांकि इस आदेश के खिलाफ नीरव मोदी ने कोर्ट में जमकर हंगामा किया। अपील करने पर उसे मुचलका भरने के लिए कहा गया, जिसे उसने मान लिया।
कहा- भारत लौटा तो जेल से कभी नहीं निकल पाऊंगा
जब भारत में प्रत्यर्पित किए जाने का उल्लेख किया गया, तो उसने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मैं जेल से रिहा हो जाऊंगा’। उसने कहा कि भारत में उसका डैमेज हो जाएगा, वह वहां नहीं जाएगा।
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