फ़्रांस पेंशन हड़तालें: दुनिया के सबसे साफ सुथरे और आधुनिक देश फ्रांस (फ्रांस) की राजधानी में इन दिनों गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। यहां एक हफ्ते में करीब 5,600 टन कचरा जमा हो गया है। ऐसा देखकर ऐसा नहीं लग रहा है कि ये वही पेरिस (पेरिस) है, जिसका नाम सबसे चमक-दमक वाले शहरों में लिया जाता है।
‘फ्रांस 24’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पेरिस सहित कई फ्रांसिसी शहरों में जगह- जन्म जन्म का अंबर लगता है और ऐसा इसलिए है क्योंकि फ्रांस में सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं। ये हड़ताल फ्रांस में नई पेंशन योजना के तहत भ्रष्टाचार की उम्र बढ़ाने के विरोध में चल रही है।
पेरिस में घूमने की जगह- जगह-जगह गंदगी के ढेर
दरअसल, फ्रांसिसी सरकार नई पेंशन योजनाओं के तहत लक्षणों की उम्र बढ़ा रही है, जिसके खिलाफ यहां के लोग पिछले 2 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध करने वालों में हजारों सफाईकर्मी भी शामिल हैं। एक सफाईकर्मी ने कहा कि कचरा उठाने वालों की उम्र 57 साल है। वहीं, सीवर साफ करने वालों की उम्र 52 साल है। अब सरकार जो नई पेंशन योजना ला रही है, यदि वह लागू हो गई है तो कर्मचारियों को दो साल और काम करना होगा। इसका असर उनकी बाकी जिंदगी पर पड़ता है।
एंडी वरमौत ने साझा किया:हड़ताल वाले पेरिस में कचरे का ढेर https://t.co/AlFusj08lu धन्यवाद। pic.twitter.com/dYKZ6GWJpv
– एंडी वर्माउत (@AndyVermaut) 12 मार्च, 2023
कर्मियों ने कई शहरों में काम बंद कर दिया
सामानयत: सफाई कर्मचारी दिन के 4 से 5 घंटे सीवर के अंदर रहते हैं। उन्नीसवीं सफाई के दौरान कई गैसों का खतरा होता है, जिससे वे बीमार हो जाते हैं या जान जाने के चांस ज्यादा हो जाते हैं। ऐसी ही वजह से घूसकर फ्रांस में सफाई करने वाले ने कई शहरों में काम बंद कर दिया है।
16 मार्च को बिल का रिव्यू कमिटी
फ्रांसिसी मीडिया के अनुसार, उनके देश में नशे की उम्र 62 से बढ़कर 64 करने वाले सीनेट (फ्रांस की संसद के अपर हाउस) में एक बिल 11 मार्च को पास हो गई है और अब 16 मार्च को एक संयुक्त समिति उसकी समीक्षा करेगी। उसके बाद दोनों सदनों में उस पर फाइनल वोटिंग होगी। इसी के आधार पर तय करेंगे कि नई पेंशन योजना को लागू करना है या नहीं।
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